मुख्यमंत्री से बातचीत के बाद किसानों ने शुगर मिल से खत्म किया धरना
गन्ने की पूरी पेमेंट देने की मांग को लेकर किसानों ने दूसरे दिन भी भादसों शुगर मिल में गन्ना तुलाई के कांटे को बंद कर कराए रखा। दोपहर बाद किसानों के बीच भारतीय किसान संघ के संगठन मंत्री सुरेंद्र सिंह पहुंचे और मुख्यमंत्री मनोहर लाल से फोन पर आश्वासन देने के बाद किसान धरने से उठे।
संवाद सहयोगी, इंद्री : गन्ने की पूरी पेमेंट देने की मांग को लेकर किसानों ने दूसरे दिन भी भादसों शुगर मिल में गन्ना तुलाई के कांटे को बंद कर कराए रखा। दोपहर बाद किसानों के बीच भारतीय किसान संघ के संगठन मंत्री सुरेंद्र सिंह पहुंचे और मुख्यमंत्री मनोहर लाल से फोन पर आश्वासन देने के बाद किसान धरने से उठे। संगठन मंत्री सुरेंद्र सिंह ने मुख्यमंत्री से फोन पर किसानों के गन्ने की पूरी पेमेंट के संबंध में बात की और गन्ना संघर्ष समिति के अध्यक्ष रामपाल चहल से भी सीएम की बात हुई। उसके बाद किसानों ने धरना समाप्त करने की घोषणा कर दी। इस दौरान एसडीएम सुमित सिहाग, तहसीलदार दर्पण कांबोज और पुलिस थाना प्रभारी सुरेंद्र सिंह की भी किसानों से बातचीत हुई।
किसान नेताओं के अनुसार मुख्यमंत्री मनोहर लाल से फोन पर बातचीत कर सोमवार या मंगलवार को गन्ने की पूरी पेमेंट मिलने के आश्वासन पर किसान धरना प्रदर्शन से उठे और शुगर मिल में गन्ना तुलाई शुरू कराई। शुक्रवार से चले धरना प्रदर्शन से रोड की एक साइड गन्ने से लदी ट्रॉलियों लंबी कतार लग गई। गन्ना संघर्ष समिति प्रधान रामपाल चहल ने कहा कि शुगर मिल की ओर से किसानों को गन्ने की पेमेंट 295 रुपये प्रति क्विटल दी गई। इससे किसानों में रोष है। शुक्रवार दोपहर से शुगर मिल कांटा बंद करके मिल गेट के समीप धरने-प्रदर्शन पर बैठे थे। दोपहर बाद भारतीय किसान संघ संगठन मंत्री सुरेंद्र सिंह धरने पर किसानों के बीच पहुंचे, फिर उसने मुख्यामंत्री को फोन कर बातचीत की और हमने भी सीएम से बातचीत की है। सीएम ने हमसे कहा कि केन का हेड किसी निजी काम से बाहर गया है, एक दिन छोड़कर सोमवार को शुगर मिल को चिट्ठी लिख देंगे और आपको गन्ने की पूरी पेमेंट दी जाएगी। चहल ने कहा कि हमे विश्वास है इसलिए सीएम, एसडीएम, सुरेंद्र सिंह के आश्वासन पर धरना खत्म करते है। किसान नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि हमारी मांग पूरी नहीं हुई तो किसान दोबारा आंदोलन करने पर मजबूर होंगे। भारतीय किसान संघ संगठन मंत्री सुरेंद्र सिंह ने कहा कि मुझे सूचना मिली कि किसान शुगर मिल में परेशान हो रहे है। गन्ने के भाव 295 रुपये प्रति क्विटल दिए जा रहे हैं, जबकि गन्ने का रेट 340 रुपये प्रति क्विटल है। यह बात सुनकर बड़ा दुख हुआ और किसानों के धरने पर पहुंचकर मुख्यमंत्री से बातचीत की। सुरेंद्र सिंह ने कहा कि सीएम मनोहर लाल ने कहा है कि ऐसा नहीं होना चाहिए था, 340 का रेट है यदि शुगर मिल बकाया पैसे नहीं देगा, तो सरकार देगी। ऐसा आश्वासन सीएम ने दिया है। बैठक में एसडीएम को भी बुलाया और उनकी उपस्थित में यह निर्णय सुनाया कि मंगलवार को किसानों को पूरी पेमेंट दे दी जाएगी। एसडीएम सुमित सिहाग ने कहा कि गन्ना संघर्ष समिति और किसान गन्ने की पैमेंट करवाने के लिए धरने पर बैठे थे। संगठन मंत्री सुरेंद्र सिंह ने सीएम से बातचीत की है सीएम ने आश्वासन दिया कि जल्द ही सोमवार, मंगलवार तक पूरी पैमेंट करवा दी जाएगी। मिल प्रशासन ऐसा नहीं करता है तो कार्रवाई की जाएगी।