जगमग योजना के खिलाफ सड़कों पर उतरे किसान
जागरण संवाददाता, करनाल : म्हारा गांव, जगमग गांव योजना के विरोध में सैकड़ों किसानों ने सी
जागरण संवाददाता, करनाल : म्हारा गांव, जगमग गांव योजना के विरोध में सैकड़ों किसानों ने सीएम सिटी में प्रदर्शन किया। भाकियू पदाधिकारियों के साथ सड़कों पर उतरे और सरकार व बिजली निगम के खिलाफ नारेबाजी कर रोष जताया। महिलाएं भी इस प्रदर्शन में हिस्सा बनीं। आंदोलन का नेतृत्व भाकियू के उपाध्यक्ष प्रेमचंद शाहपुर व प्रदेशाध्यक्ष रतन मान ने किया।
रतन मान ने कहा कि यह योजना गांवों में उजाला नहीं बल्कि किसानों की ¨जदगी में अंधेरा कर रही है। उनके लिए यह योजना जानलेवा साबित हो रही है। इसके माध्यम से किसानों पर हजारों रुपये के बिजली के बिल थोपे जा रहे हैं। करनाल आर्थिक तौर पर दिवालियापन होने के कगार पर है। सरकार किसानों को प्रताड़ित कर रही है। सुबह जिलेभर के किसान पुरानी अनाज मंडी में एकत्रित हुए।
रतनमान ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों को खत्म करने पर तुली हुई है। देश और प्रदेश में किसान आत्महत्या कर रहे हैं। देश में डीजल, खाद कीटनाशक पदार्थ और दवाइयां लगातार महंगे हो रहे हैं। जिसकी वजह से किसानों की आय घट रही है, खर्चे बढ़ रहे हैं। किसानों को मारने के लिए सरकार जगमग योजना और ले आई। इसने किसानों का जीना मुहाल कर दिया है। पुरानी अनाज मंडी से रोष मार्च शुरू होकर कमेटी चौक, अस्पताल चौक होते हुए लघु सचिवालय पहुंचा। जहां किसानों ने डीसी को ज्ञापन सौंपा।
महिलाओं ने की अगुवाई
प्रदेश संगठन सचिव श्याम ¨सह मान, सरंक्षक मैहताब ¨सह कादियान व उपाध्यक्ष प्रेमचंद शाहपुर ने कहा कि किसान पूरी तरह से एकजुट हैं। आने वाले समय में आंदोलन को अधिक तेज करेंगे। किसानों के रोष मार्च में महिलाएं आगे-आगे चलीं। महिलाओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। महिलाओं को देख पुलिस ने बंद किए सचिवालय के गेट खोल दिए। इसके बाद डीसी खुद ज्ञापन लेने के लिए नीचे आए। इस अवसर पर महासचिव सुरेश दहिया, जिलाध्यक्ष यशपाल राणा, महासचिव सतपाल बड़थल, जिला प्रवक्ता सुरेन्द्र सांगवान, कमलेश रानी, विधा रानी, राजबाला, चंद्रावत, गुड्डी, ओमी देवी मौजूद रहीं।