बरसात बनने लगी आफत से निकासी को लेकर किसान हुए आमने-सामने
क्षेत्र में रविवार व सोमवार की रात जमकर हुई बरसात से सैंकड़ों एकड़ धान व सब्जी की फसल पर पानी फिर गया।
संवाद सहयोगी, इंद्री : क्षेत्र में रविवार व सोमवार की रात जमकर हुई बरसात से सैंकड़ों एकड़ धान व सब्जी की फसल पर पानी फिर गया। कुछ जगहों पर पानी को आगे निकाले जाने को लेकर किसानों में तीखी नोकझोंक भी हो गई और बुटानखेड़ी गांव में सड़क के नीचे बंद पड़ी पुलिया को नहीं खोलने देने से गुस्साए किसानों ने बस अड्डा के समीप इंद्री-कुरुक्षेत्र रोड पर जाम लगा दिया। जाम के डेढ़ घंटे बाद भी जब कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा तो प्रदर्शनकारी किसानों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरु कर दी। सूचना मिलने पर तहसीलदार दर्पण कांबोज, नायब तहसीलदार होशियार सिंह, थाना प्रभारी सुरेंद्र सिंह आदि पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और किसानों को समझाने का प्रयास किया। उसके बाद बंद पुलिया को खोलने के लिए जेसीबी मशीन मंगवाई गई और किसानों ने जाम खोल दिया। रविवार की रात जमकर बरसात हुई, अगली सुबह काफी देर तक बरसात जारी रही और सोमवार रात को भी बरसात हुई। इंद्री क्षेत्र में लाडवा के बपदा, बपदी, बढौंदा, भूतमाजरा आदि गांव की तरफ से तेज गति से पानी आ रहा है। दो दिन से किसानों की फसल के ऊपर से पानी बह रहा है। कई गांवों में तीन-चार फीट पानी खेतों से होकर बह रहा है। धूमसी जागीर, टपरियों, गढीजाटान, फूसगढ, बुटानखेड़ी, बदरपुर, खेड़ा, पटहेड़ा, नन्दी व भादसों समेत अनेक गांवों में इतना ज्यादा पानी देखकर लोग घबरा गए हैं। तहसीलदार दर्पण कांबोज ने कई गांवों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। धूमसी जागीर गांवों के खेतों मे जब हालात बेकाबू होते दिखे तो किसानों ने धूमसी जागीर-बढौंदी एवं गोबिदगढ के ईंटों के रास्ते को उखाड़कर पानी को आगे चलता कर दिया। ये गांव करनाल व कुरुक्षेत्र की सीमा पर स्थित हैं। कई गांवों में बाढ जैसे हालात हो गए हैं। गांवो में पानी न घुसे, इससे बचने के लिए लोगों ने कई जगहों पर रास्तों व सड़कों को उखाड़कर पानी आगे जाने के लिए रास्ता खोला और पानी आगे बहने लगा। कुछ जगहों पर किसानों की आपस में तू-तू मैं मैं भी हो गई है। बुटानखेड़ी में भी गढीजाटान व पंजोखरा की तरफ से काफी पानी बहता रहा। बुटानखेड़ी के किसानों ने आगे रोड की अंटी पुलिया को खोलने की कोशिश की तो दूसरे किसान अड़ गए और उनमें विवाद हो गया। गुस्साए एक पक्ष के किसानों ने शाम के करीब पांच बजे इंद्री-कुरुक्षेत्र रोड पर जाम लगा दिया। किसान सुभाष, रवि, राजेश, वीरभान, राजू, जरनैल, मेहर, सतपाल, ऋषिपाल व बलबीर आदि ने कहा कि उनकी फसल में कई फीट पानी खड़ा है और पानी को आगे निकलने के लिए रास्ता नहीं मिल रहा है और पीछे से ओर ज्यादा पानी बहता आ रहा है। यहां रोड पर सरकारी पुलिया बनी है, जोकि अंटी पड़ी है और जिनकी जमीन दूसरी ओर लगती है वह अंटी पुलिया को खोलने नहीं दे रहे हैं। वहीं दूसरी ओर जिन किसानों के खेत दूसरी तरफ हैं वे फसल बर्बाद होने की आशंका जता रहे हैं। बॉक्स
तहसीलदार दर्पण कांबोज ने कहा कि क्षेत्र के अनेक गांवों में बरसात का पानी ज्यादा आ रहा है और वह कई गांवों में हालात देखने गए। कई गांवों में फसलों, सड़कों व रास्तों के ऊपर से कई फीट पानी बह रहा है। फिलहाल नुकसान का आंकलन नहीं किया जा सकता है। स्थिति पर प्रशासन नजर रखे हुए है। भादसों समेत कई गांवों में ज्यादा पानी आ गया है। बुटानखेड़ी गांव में एक पुलिया अंटी थी इसलिए लोगों ने रोड जाम कर दिया था और अब जेसीबी मशीन मंगवा दी है, शीघ्र ही ब्लॉक पुलिया को खोल रहे हैं। पहले यहां पर निरीक्षण करने एसडीएम सुमित सिहाग भी आये थे। संबंधित विभागों के पास उच्चाधिकारियों के आदेश हैं कि जहां भी पुलिया बंद हैं, उन्हें खोला जाए। उन्होंने कहा कि बदरपुर, खेड़ा, पटहेड़ा व भादसों आदि गांवों में जायजा लिया गया है। बॉक्स: बरसात में ढह गया मकान, मलबे में दबकर वृद्ध महिला की मौत, बच्ची घायल इंद्री क्षेत्र में बरसात के चलते मुखाला गांव में सुबह करीब चार बजे एक मकान ढह गया। मलबे में दबने से 65 वर्षीय महिला मच्छला की मौत हो गई और पांच वर्षीय एक बच्ची घायल हो गई, जिसे अस्पताल में दाखिल कराया गया है तो वहीं एक अन्य महिला को भी मामूली चोटें आई हैं। जानकारी के अनुसार परिवार के सदस्य घर के अंदर सोये हुए थे और बरसात के चलते अचानक कच्ची छत का मकान ढह गया। शोर सुनकर लोग इकट्ठे हो गए और मलबे को हटाने में जुट गए। कड़ी मशक्कत के बाद मलबा हटाया गया। तहसीलदार दर्पण कांबोज ने कहा कि बरसात के चलते मुखाला में सुबह करीब चार बजे एक मकान गिर गया। हादसे में एक महिला की मौत हो गई और एक बच्ची घायल है जिसका अस्पताल में उपचार चल रहा है।। सरपंच पवन राणा का ने भी बरसात से हुए हादसे में महिला की मौत व बच्ची के घायल होने की पुष्टि की है।