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किसानों ने मिल प्रबंधन को मांगों से अवगत कराया

शुगर मिल भादसों में गन्ना संघर्ष समिति के प्रतिनिधियों व मिल अधिकारियों के

By JagranEdited By: Published: Fri, 03 Dec 2021 09:07 AM (IST)Updated: Fri, 03 Dec 2021 09:07 AM (IST)
किसानों ने मिल प्रबंधन को मांगों से अवगत कराया
किसानों ने मिल प्रबंधन को मांगों से अवगत कराया

संवाद सहयोगी, इंद्री : शुगर मिल भादसों में गन्ना संघर्ष समिति के प्रतिनिधियों व मिल अधिकारियों के बीच बैठक हुई। मिल प्रशासन की ओर से महाबीर प्रशाद गुप्ता वाइस चेयरमैन टैक्नीकल, करतार सिंह केन जीएम, केन मैनेजर संजय मलिक व उप-गन्ना प्रबंधक ऋषिपाल राणा बैठक में शामिल हुए। किसान प्रतिनिधिमंडल से अधिकारियों को अपनी मांगों से अवगत कराया। इस दौरान मूलभूत सुविधाओं को लेकर विचार-विमर्श किया गया। यह जानकारी गन्ना संघर्ष समिति के अध्यक्ष एवं किसान नेता रामपाल चहल ने दी। उनके अनुसार तोल कांटे पर शैड, यार्ड में लाइट एवं स्वच्छ पानी व जिस रास्ते से खाली ट्राली निकलती है, उस रास्ते पर धूल आदि को लेकर चर्चा की गई। शौचालयों की साफ-सफाई व किसान भवन में तख्त व मैट आदि की समस्या के समाधान के लिए संघर्ष समिति को आश्वासन दिया गया है कि सभी मांगों को जल्द पूरा किया जाएगा।

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चहल ने कहा कि निरीक्षण के दौरान मिल में आउट एरिया की कुछ ट्रालियां मिली, जिसको लेकर भविष्य में आउट एरिया का गन्ना न लेने के लिए मिल प्रबंधन को चेताया गया। उन्होंने गन्ने की पैमेंट शीर्घ करने की मांग भी की। इस मौके पर तेजपाल बरसालू, गुरपाल सिंह, बलकार शेखपुरा, मेहर सिंह, अजय सिंह मौजूद थे। मिल में 6.48 लाख टन गन्ने की हो चुकी पेराई

जागरण संवाददाता, करनाल : करनाल सहकारी चीनी मिल लिमिटेड की प्रबंध निदेशक अदिति ने बताया कि मिल द्वारा अब तक 6.48 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई की जा चुकी है। मिल ने अपना पेराई सत्र 9 नवंबर 2021 से शुरू कर दिया है तथा मिल द्वारा पूरी क्षमता के साथ पेराई का कार्य जारी है।

प्रबंध निदेशक ने बताया कि मिल द्वारा किसानों के गन्ने की ट्रालियों को समय पर खाली किया जाता है तथा मिल अपनी पूरी पेराई क्षमता 35 हजार क्विंटल प्रतिदिन की दर से कर रहा है। इस मिल द्वारा 56 लाख क्विंटल गन्ना पेराई का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने किसानों से अपील की कि अपनी पर्ची किसी दूसरे मिल या अन्य प्रांतों के किसानों को न दें। यदि कोई किसान ऐसा करता पाया जाता है तो उनका बांड व पर्ची बंद कर दी जाएगी व उनका बांड कैंसल कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मिल के गन्ना अधिकारियों द्वारा रोजाना दूसरे प्रांतों व मिल के एरिया से बाहर से गन्ने की ट्रालियां पकड़ी जा रही हैं और उन किसानों के बांड व पेमेंट बंद की जा रही है। इसलिए सभी किसान अपनी पर्ची मिल एरिया के बाहर व दूसरे प्रांतों के किसानों को न दें तथा पेराई कार्य में मिल प्रशासन का सहयोग करें।


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