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यूएएन खाते में जन्मतिथि जैसी त्रुटियों को अब स्वयं सुधार सकेंगे कर्मचारी

गगन तलवार, करनाल अपने यूनिवर्सल खाते की त्रुटियों को दूर कराने के लिए कर्मचारियों को अ

By JagranEdited By: Published: Thu, 28 Dec 2017 03:00 AM (IST)Updated: Thu, 28 Dec 2017 03:00 AM (IST)
यूएएन खाते में जन्मतिथि जैसी त्रुटियों को अब स्वयं सुधार सकेंगे कर्मचारी

गगन तलवार, करनाल

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अपने यूनिवर्सल खाते की त्रुटियों को दूर कराने के लिए कर्मचारियों को अब ईपीएफओ कार्यालय के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। वे स्वयं ही घर बैठे ऑनलाइन यूनिवर्सल खाते की त्रुटियों को दूर कर सकेंगे। यूनिवर्सल खाते में नाम, पिता का नाम, जेंडर व जन्मतिथि में अंतर जैसी खामियों को दूर करने के लिए ईपीएफओ ने इसी सप्ताह से यह नई व्यवस्था की है। इसमें कर्मचारी को विभाग के पोर्टल पर अपने यूनिवर्सल खाते को लॉग इन कर सबसे पहले आधार से ¨लक करना होगा। इसके बाद ही वह जो भी त्रुटि दूर करना चाहता है, उसे प्रफॉर्मे में भर सकेगा। नई दर्ज की गई जानकारी का सॉफ्टवेयर आधार नंबर से मिलान करेगा। जानकारी सही पाए जाने पर ही रिक्वेस्ट सबमिट होगी।

14 लाख कर्मचारियों को होगा लाभ

अक्सर ऐसा होता है कि ईपीएफ से संबंधित किसी भी क्लेम या रिटायरमेंट के समय खाते से पैसा निकलवाते हुए कर्मचारी को नाम, जन्म तिथि व पिता के नाम में अंतर आने के कारण दिक्कत होती है। इन्हें दूर करने के लिए उसे लंबी कागजी प्रक्रिया से होकर गुजरना पड़ता है और जरूरत पर पैसा भी नहीं मिल पाता। इसलिए इन खामियों को दूर करने के लिए ईपीएफओ ने आनलाइन करेक्शन की व्यवस्था की है। ईपीएफओ के करनाल स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में इसके अंतर्गत आने वाले आठ जिलों के करीब 14 लाख कर्मचारियों के खाते हैं। नई व्यवस्था में सभी कर्मचारियों के यूनिवर्सल खाते आधार नंबर से भी ¨लक होंगे और त्रुटियां भी दूर हो जाएंगी।

जन्मतिथि में एक साल से ज्यादा का अंतर तो नहीं होगा खाता अपडेट

कर्मचारी के यूनिवर्सल खाते और आधार कार्ड में दर्ज जन्मतिथि में यदि एक साल का अंतर है तो कर्मचारी इसे आनलाइन रिक्वेस्ट डालकर ठीक करवा सकता है। यदि एक वर्ष से अधिक का अंतर है। तो इसे ठीक कराने के लिए उसे ईपीएफओ के कार्यालय में सभी दस्तावेजों के साथ लेकर जाना होगा। जहां पूरी वेरीफिकेशन के बाद ही इसे ठीक किया जाएगा।

नियोक्ता की वेरीफिकेशन के बाद होगी डिटेल अपडेट

यूनिवर्सल खाते की त्रुटियों को दूर करने के लिए कर्मचारी द्वारा पोर्टल पर डाली गई रिक्वेस्ट पहले नियोक्ता के पास जाएगी। जहां से वेरीफिकेशन होने के बाद रिक्वेस्ट ईपीएफओ के पास पहुंचेगी। जिसे विभाग के कर्मचारी यूनिवर्सल खाते में अपडेट करेंगे। ईपीएफओ के करनाल स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में इसके लिए कर्मचारियों को विशेष ट्रे¨नग भी दी जा रही है।

संशोधन के रोजाना 50 केस आ रहे सामने

ईपीएफओ के क्षेत्रीय कार्यालय में करनाल के अलावा सोनीपत, पानीपत, कैथल, कुरुक्षेत्र, अंबाला, पंचकूला और यमुनानगर जिले से रोजाना 40 से 50 केस ऐसे आते हैं। जिनका यूनिवर्सल खाते में त्रुटियों के कारण क्लेम सैटल नहीं हो पाता और लोगों को जरूरत के समय पीएफ का पैसा नहीं मिलता। इसी सप्ताह से शुरू हुई ऑनलाइन करेक्शन की व्यवस्था में इन जिलों से अब तक 1477 लोगों ने अपनी यूनिवर्सल खाते में त्रुटियों को दूर करने के लिए आवेदन किया है।

फोटो--20 नंबर है।

वर्जन-

कर्मचारियों के यूनिवर्सल खातों की खामियों को दूर करने के लिए ईपीएफओ ने ऑनलाइन करेक्शन की व्यवस्था की है। कर्मचारी घर बैठे ही पोर्टल पर लॉग इन कर खाते की खामियों को दूर कर सकेंगे। इसी सप्ताह से यह व्यवस्था शुरू हुई है। -रवि कांत, क्षेत्रीय आयुक्त, ईपीएफओ।


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