उम्मीदों के पंख लगाकर शिक्षा क्षेत्र नए साल में दाखिल
जागरण संवाददाता, करनाल उम्मीदों के पंख लगाकर शिक्षा क्षेत्र नए साल में दाखिल हो रहा है। नए साल में उम्मीद है कि देहात में चल रहे कॉलेजों का स्तर बढ़ेगा और इनमें रोजगारपरक कोर्स शुरू होंगे। इसके साथ ही 15 स्कूल 10वीं से अपग्रेड होकर 12वीं कक्षा तक हो सकते हैं।
जागरण संवाददाता, करनाल
उम्मीदों के पंख लगाकर शिक्षा क्षेत्र नए साल में दाखिल हो रहा है। नए साल में उम्मीद है कि देहात में चल रहे कॉलेजों का स्तर बढ़ेगा और इनमें रोजगारपरक कोर्स शुरू होंगे। इसके साथ ही 15 स्कूल 10वीं से अपग्रेड होकर 12वीं कक्षा तक हो सकते हैं। इसके लिए शिक्षा विभाग तैयारी कर रहा है और अपग्रेड कराने के लिए स्कूल की फाइल मंगवाई जा चुकी है। इसके साथ ही सरकार से अनुदान प्राप्त कॉलेज नए साल में राष्ट्रीय स्तर के शैक्षणिक सेमिनार करवाने की प्ला¨नग कर रहे हैं। बस्तली में इस साल से शुरू हो सकता है कॉलेज
नि¨सग के बस्तली गांव में सरकारी कॉलेज खोलने की घोषणा मुख्यमंत्री मनोहर लाल कर चुके हैं। इस कॉलेज की शुरुआत के लिए कागजी कार्रवाई शुरू हो चुकी है। उच्चतर शिक्षा विभाग के नाम पर बस्तली गांव की पंचायत ने कॉलेज खोलने के लिए 13 एकड़ जमीन भी कर दी है। सरपंच प्रदीप कुमार ने कहा कि कॉलेज की शुरूआत को लेकर अधिकारी दौरा कर चुके हैं। तरावड़ी, पाढ़ा और जुंडला के कॉलेज का भवन इस साल बनेगा
वर्ष 2018 में तरावड़ी, पाढ़ा और जुंडला में सरकारी कॉलेज शुरू कर दिया था, लेकिन अभी तक इन कॉलेजों को अन्य भवनों में चलाया जा रहा है। नए साल में इन तीनों सरकार कॉलेज का भवन बनकर तैयार हो जाएगा। भवन निर्माण कार्य आगे बढ़ रहा है। उम्मीद है कि तीनों भवन इस साल छात्रों को समर्पित हो जाएंगे। 178 स्कूलों में इंटरनेट सेवा होगी शुरू
करनाल : प्रतिस्पर्धा के युग में सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी किसी से पीछे न रहे। इसके लिए शिक्षा निदेशालय नया प्रयोग करने जा रहा है। एक ओर सुधार कार्यक्रम के तहत नए साल में होने वाले इस प्रयोग में प्रदेश के सभी 3260 सरकारी सीनियर सेकेंडरी और सेकेंडरी स्कूलों को इंटरनेट सेवा से जोड़ा जाएगा। स्कूलों ब्रॉडबैंड कनेक्शन लगाए जाएंगे। इस पर विभाग करीब 1.32 करोड़ रुपये खर्च करेगा। सरकार की इस योजना से करनाल जिले के भी 106 सीनियर सेकेंडरी व 72 सेकेंडरी स्कूलों को भी लाभ मिलेगा। ब्रॉडबैंड कनेक्शन लगने से जहां विद्यार्थियों को पढ़ाई में फायदा मिलेगा। वहीं, शिक्षक और स्कूल मुखिया भी सीधे माध्यमिक शिक्षा निदेशालय पंचकूला से जुड़ेंगे। विभाग के निर्देशों और नई योजनाओं की हर जानकारी उन्हें तुरंत मिलेगी। अपग्रेड होंगे स्कूल
गांवों के मिडिल और सेकेंडरी स्कूलों में पढ़ने वाले ज्यादातर बच्चों की पढ़ाई इसलिए बीच में छूट जाती है। क्योंकि सेकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी स्कूल उनके घर से काफी दूर होता है। अब पढ़ाई में यह दूरी बाधा न बने, इसके लिए स्कूलों को अपग्रेड करने का फैसला लिया गया। जिससे कि एक ही स्कूल में रहकर बच्चे 12वीं तक की पढ़ाई पूरी कर सकें। स्कूलों को अपग्रेड करने के लिए शिक्षा विभाग ने प्रफोर्मा जारी कर डिटेल मांगी है। डिटेल के हिसाब से जो स्कूल मापदंडों पर खरा उतरेगा, उसे अपग्रेड किया जाएगा। करनाल जिले में सीनियर सेकेंडरी के मिलाकर 779 सरकारी स्कूल हैं। नियमों पर खरा उतरने वाले स्कूलों का रिकार्ड सभी जिला शिक्षा अधिकारियों द्वारा निदेशालय को भेजा जाएगा। 12वीं तक अपग्रेड करने के लिए स्कूल कैंपस कम से कम 2 एकड़ में बना हो। स्कूल में 14 या इससे अधिक कमरे हों। वर्तमान में मिडिल स्कूल में 210 छात्र और सेकेंडरी लेवल पर कम से कम 150 छात्र हों। लिहाजा अब तक 15 स्कूल अपग्रेड होने के दायरे में आते हुए लग रहे हैं। जिला शिक्षा अधिकारी ईश्वर ¨सह मान का कहना है कि मापदंड पूरे करने वाले स्कूल नए साल में अपग्रेड किए जाएंगे।