डॉ. राजीव गुप्ता हत्याकांड में जमीन पर शुरू से थी पवन की निगाह
डॉ. राजीव गुप्ता हत्याकांड के मुख्य आरोपित पवन दहिया की नजर शुरू से ही अपनी ससुराल पक्ष की 13 एकड़ जमीन पर थी।
अश्विनी शर्मा, करनाल
डॉ. राजीव गुप्ता हत्याकांड के मुख्य आरोपित पवन दहिया की नजर शुरू से ही अपनी ससुराल पक्ष की 13 एकड़ जमीन पर थी। युवती मनप्रीत कौर से प्रेम विवाह रचाने के चंद दिन बाद ही उसने साढ़े पांच करोड़ रुपये में जमीन का ब्याना करा दिया था। उसके साढू भाग सिंह ने बताया कि इस जमीन की कीमत करीब 18 करोड़ रुपये थी, जबकि इसे करीब साढ़े पांच करोड़ रुपये में ही बेच दिया गया। वर्ष 2016 में इस जमीन की कीमत 15 करोड़ रुपये तक लग चुकी थी, उस समय उनके ससुराल पक्ष ने इस कीमत को भी कम बताया था।
जमीन विवाद की वजह से ससुर को भी धमकाता था पवन
भाग सिंह के अनुसार जमीन से आने वाले पैसों को लेकर पवन पर जुनून सवार था। पवन और मनप्रीत कौर प्रेम विवाह के चलते 16 फरवरी 2016 को घर से चले गए थे। इसके बाद उन्होंने हाईकोर्ट में सुरक्षा के लिए भी गुहार लगाई थी। इसके इसी माह के आखिरी में पवन ने जमीन को हड़पने का पूरा प्लान तैयार कर लिया था। सास सुरजीत कौर की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी और उसका इलाज डाक्टर राजीव गुप्ता से चल रहा था। इसी दौरान उसने जमीन सास से मनप्रीत कौर के नाम करवा ली थी। जमीन बेचने के बाद जब यह मामला कोर्ट में जाने की तैयारी हुई तो उस समय भी पवन ने घर आकर उसके ससुर को कोई बार धमकी दी कि घर वालों को समझाए कि कोर्ट-कचहरी के चक्कर काटने से कुछ नहीं मिलने वाला है। वह केस नहीं करें।
केस के कागजात पुलिस ने वकील को दिखाए, पुख्ता हुई बात की डाक्टर थे गवाह
दैनिक जागरण ने यह पर्दाफाश किया था कि डॉक्टर राजीव गुप्ता जमीन बंटवारे के मामले में अहम गवाह थे। इससे पहले पुलिस हत्यारोपित पवन दहिया की ओर से बताई गई वजह पर ही जांच आगे बढ़ा रही थी। लेकिन जैसे ही यह जानकारी मिली तो पुलिस के सामने भी नया कोण आ गया। केस की पैरवी कर रहे भाग सिंह से पुलिस ने मामले के कागजात मंगवाए। इसके बाद इन कागजों को वकील को दिखाया गया। जिससे पता चला कि केस में आने वाले समय में डॉक्टर राजीव गुप्ता की गवाही होनी थी।
मेरी भी जान को खतरा : भाग सिंह
भाग सिंह ने बताया कि पवन दहिया व उसके साथियों की धमकी को वह पहले इतनी गंभीरता से नहीं लेता था। उसे यह भी लगता था कि यदि वह पुलिस के पास जाएगा तो उसकी बात पर यकीन भी नहीं किया जाए। पवन दहिया करनाल के प्रतिष्ठित डाक्टर राजीव गुप्ता की हत्या कर सकता है तो वह उसे भी निशाने पर ले सकता है। मुझे भी जान का खतरा बना हुआ है।