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लैब टेक्नीशियनों ने सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन

जागरण संवाददाता, करनाल मेडिकल लेबोरेट्री टेक्नोलॉजी वेल्फेयर एसोसिएशन के आह्वान पर हड

By JagranEdited By: Published: Wed, 17 Jan 2018 03:01 AM (IST)Updated: Wed, 17 Jan 2018 03:01 AM (IST)
लैब टेक्नीशियनों ने सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन

जागरण संवाददाता, करनाल

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मेडिकल लेबोरेट्री टेक्नोलॉजी वेल्फेयर एसोसिएशन के आह्वान पर हड़ताल पर मांगों को लेकर हड़ताल पर गए प्रदेशभर के लैब टेक्नीशियन मंगलवार को सीएम सिटी में दहाड़े। लैब टेक्नीशियनों ने पूरे शहर में पैदल मार्च निकाला और सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। लैब टेक्नीशियान रोष मार्च निकालते हुए मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय पहुंचे, वहां पर पहले से तैनात पुलिस बल ने बैरीकेड्स लगाकर उन्हें रोक लिया। टेक्नीशियन ने सरकार पर अनदेखी का आरोप लगाया। जिला प्रशासन व एसोसिएशन के पदाधिकारियों के बीच दिनभर वार्ता का दौर चला। दो दौर की वार्ता विफल रही, तीसरे दौर की वार्ता शाम साढ़ पांच बजे सिरे चढ़ पाई, जिसमें 20 जनवरी को मुख्यमंत्री से मिलने का आश्वासन दिया गया, जिसके बाद लैब टेक्नीशियन माने।

मंगलवार सुबह नौ बजे ही प्रदेशभर से लैब टेक्नीशियन कर्ण पार्क में जुटना शुरू हो गए। दोपहर एक बजे तक करीब तीन हजार की संख्या में एकत्रित हुए लैब टेक्नीशियनों ने पहले बैठक की, जिसमें शहर में पैदल रोष मार्च निकालने का निर्णय लिया। वर्किंग प्रेजीडेंट मनोज यादव की अध्यक्षता में प्रदर्शन करते हुए टेक्नीशियन मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय में पहुंचे। इस दौरान पूरे शहर में जाम की स्थिति बन गई। कैंप कार्यालय के बाहर पुलिस ने उन्हें रोक लिया। यहां पर उन्होंने डेरा डाल लिया और सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। जिला प्रशासन की ओर से नायब तहसीलदार राजबक्श ने उनको आश्वासन दिया कि ओएसडी से बात कर उनका जल्द मुख्यमंत्री से मिलने का समय फिक्स कर दिया जाएगा। इस बात पर लैब टेक्नीशियन राजी नहीं हुए। उन्होंने कहा कि जब तक मुख्यमंत्री से मिलने का लिखित में आश्वासन नहीं दिया जाता वह नहीं उठेंगे। इसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने चंडीगढ़ बात कर स्थिति के बारे में अवगत करवाया। उच्चाधिकारियों से बातचीत के बाद तहसीलदार फिर प्रदर्शनकारियों के पास गए और उनको 15 फरवरी को मुख्यमंत्री से मिलने का समय फाइनल होने की बात कही। लेकिन बात पर भी प्रदर्शनकारी सहमत नहीं हुए और वहीं पर डेरा डाले बैठे रहे। तीसरे दौर की बात में 20 जनवरी को मुख्यमंत्री से मिलने का प्रशासन की ओर से लिखित आश्वासन दिया, जिसके बाद वह धरने स्थल से हटे। पूरा दिन जाम के कारण व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित रही, जाम के कारण राहगीर परेशान रहे।

प्रदेशभर की 10 हजार लैब रही बंद

लैब टेक्नीशियन की हड़ताल के कारण प्रदेशभर की करीब 10 हजार लैब बंद रही। वहीं करनाल में 500 लैबों पर ताला लटका रहा। जिस कारण स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुई। मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। हालांकि कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कालेज में अन्य दिनों के मुकाबले टेस्ट की संख्या बढ़ गई।

क्या हैं लैब टेक्नीशियनों की मांग

0 हरियाणा सरकार द्वारा किए गए आदेशानुसार प्रयोगशाला टेक्नीशियन टेस्ट करेंगे ¨कतु रिपोर्ट देने से पहले एमबीबीएस डॉक्टर से काउंटर सिग्नेचर कराएगा। हरियाणा मेडिकल लैब एसोसिएशन ने इन आदेशों का विरोध किया, इसमें तुरंत संशोधन करने की मांग की।

0 प्रयोगशाला टेक्नीशियन एसोसिएशन द्वारा दिए गए काउंसिल एक्ट को तुरंत लागू किया जाए।

0 क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट में प्रयोगशाला टेक्नीशियन को हस्ताक्षर करने एवं रिपोर्ट देने का अधिकार का प्रावधान किया जाए।

बीच सड़क हुआ लंच

कैंप कार्यालय के बाहर प्रदर्शनकारी लैब टेक्नीशियनों ने कैंप कार्यालय के बाहर धरनास्थल पर सड़क के बीच में ही बैठकर खाना खाया। जो साथ में खाना लेकर नहीं आए उन्होंने आसपास जो भी खाने की चीजें मिली उसे खा लिया। हालांकि धरना स्थल के आसपास दुकाने बंद हो गई।


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