पैदल हाईवे पार करते हादसा हुआ तो कंपनी जिम्मेदार
लघु सचिवालय में गुरुवार को हुई रोड सेफ्टी की बैठक में पहुंचे डीसी ने विनय प्रताप सिंह नजर आए।
जागरण संवाददाता, करनाल
लघु सचिवालय में गुरुवार को हुई रोड सेफ्टी की बैठक में पहुंचे डीसी ने विनय प्रताप सिंह सख्त नजर आए। उन्होंने नेशनल हाईवे -44 पर सोमा की ओर से बनाए जाने वाले फुट ओवरब्रिज (एफओबी) में देरी के लिए अधिकारियों को चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि अगर एफओबी वाली लोकेशन पर पैदल सड़क पार करने वालों के साथ हादसा होता है तो कंपनी के खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा। कंपनी की ओर से पहुंचे प्रतिनिधि सन्नी शर्मा ने सफाई दी कि इस मामले में संबंधित ठेकेदार देरी कर रहा है। एफओबी स्ट्रक्चर खड़ा करने के लिए फाउंडेशन भरवा दी है, फिर भी ठेकेदार को यह कार्य एक तय समय में करने के निर्देश दिए हैं। ओवर स्पीड दौड़ रहे वाहन, चालान एक का भी नहीं
रोड सेफ्टी की बैठक में नेशनल हाईवे पर हो रहे हादसों पर चिता जताई। एडीसी अनीश यादव ने कहा कि अब तक जो बात निकलकर सामने आई है वह यह कि हाईवे पर ओवरस्पीड के कारण हादसे हो रहे हैं। उसको नियंत्रित करने के लिए चालान जरूरी हैं। जिले में कुल हादसों में 51 फीसद हादसे महज 47 किलोमीटर के नेशनल हाईवे पर हुए हैं। बाकी 49 फीसद पूरे जिले में हैं। इसमें स्टेट हाईवे और लोकल सड़कें भी हैं। अनीश यादव ने कहा कि ओवर स्पीड के कारण हादसे हुए हैं और अगस्त माह में एक भी चालान ओवर स्पीड का क्यों नहीं हुआ़? रोड सेफ्टी की बैठक में पेश किए गए चालान के आंकड़े
बिना हेल्मेट ड्राइविग 1941
रेड लाइट जंपिग 47
गलत पार्किंग 424
गलत साइड ड्राइविग 535
मोबाइल इस्तेमाल के 383
शराब पीकर गाड़ी चलाने 04
बिना सीट बेल्ट 303
ट्रिपल राइडिग 396
ओवरलोडिग 266 महात्मा गांधी चौक के कंजेक्शन पर जवाब तलबी
महात्मा गांधी चौक पर यातायात के लिए कंजेशन की समस्या को खत्म करने के लिए एडीसी ने सवाल किए। निगम के एमई सुनील भल्ला ने बताया कि यह कार्य स्मार्ट सिटी प्राजेक्ट का एक हिस्सा है, जिसे पूरा किया जाएगा। नगर निगम की ओर से अब इसे री-डिजाइन किया जा रहा है। निगम के ही एक अन्य कार्य में विलंब के लिए एडीसी ने निर्देश दिए कि वे ताऊ देवी लाल चौक पर दिल्ली की ओर से महाराणा प्रताप चौक मार्ग पर मुड़ते समय स्लिप वे बनाए जाने के कार्य को जल्दी कराएं, निगम के लिए यह कोई बड़ा कार्य नहीं है। निगम प्रतिनिधि ने बताया कि इसके लिए जो टेंडर लगाया था, उसमें कोई कांट्रेक्टर आगे नहीं आया। पुरानी सब्जी मंडी का इस बार भी नहीं निकला हल
शहर की पुरानी सब्जी मंडी में अतिक्रमण और पार्किंग की समस्या का मुद्दा फिर उठा। निगम अधिकारियों ने बताया कि रेहड़ियों को हटाकर यहां वाहनों के पार्क के लिए निगम अपनी गतिविधियां जारी रखे हुए हैं, लेकिन फिर भी रेहड़ी वाले जानबूझकर इस जगह पर घुस जाते हैं। एडीसी ने इस पर निर्देश दिए कि वे अतिक्रमण को स्थायी रूप से हटाने के लिए पुलिस की मदद लेकर अपनी गतिविधियां जारी रखें, नियम तोड़ने वालों के चालान करें। पुराने सुलझे नहीं, नए मुद्दों पर चर्चा
रोड सेफ्टी की बैठक में पुराने मुद्दे नहीं सुलझ पाए। कुछ ऐसे मुद्दे भी थे, जो पिछली कई बैठकों से लंबित थे, लेकिन अधिकारी सुलझा नहीं पाए। नए मुद्दों में सड़कों पर एकाध जगह गड्ढों की मरम्मत करने, क्रश बैरियर लगाने, एक जगह ओवर हेड होर्डिंग के पोल को सड़क से बाहर करने, पुलिया की मुंडेर पर दीवार बनाने, आइटीआइ के पास फ्लाइओवर के नीचे मिट्टी के धंसने, स्पीड ब्रेकर और जेब्रा क्रॉसिग लगाने, सर्विस लेन पर एक-दो जगह ओपन ड्रेन को कवर करने, सड़क के किनारे लगे ट्रांसफार्मर पर चारों ओर बैरीकेडिग लगाने, जैसे मुद्दों पर चर्चा के दौरान संबंधित विभाग के अधिकारियों ने बैठक में जानकारी दी गई। बेसहारा पशु ही नियंत्रण में नहीं तो कैसी रोड सेफ्टी
सड़क सुरक्षा समिति के गैरसरकारी सदस्यों की ओर से आज कुछ नई शिकायतें दर्ज कराई। एक सदस्य प्रमोद गुप्ता ने कहा कि शहर में सड़कों पर भटकते पशुओं की संख्या कुछ कम हुई है, लेकिन खत्म नहीं हुई। जब सड़कों पर बेसहारा पशु रहेंगे तो कैसी रोड सेफ्टी। बैठक में अतिरिक्त रोड सेफ्टी एसोसिएट शुभम भारद्वाज, आरटीए कार्यालय के निरिक्षक जोगिद्र ढुल, गैर-सरकारी सदस्यों में तेजपाल सिंह, जेआर कालड़ा, एमएस चंदेल, एलआर चौधरी और रमन मौजूद रहे।