संशोधित.. डंपर ने स्कूटी सवार दो मौसेरे भाइयों को कुचला, मौत
कुंजपुरा रोड स्थित आरके पुरम के पास डंपर की टक्कर से दो मौसेरे भाइयों की मौत हो गई। हादसा सुबह सवा नौ बजे हुआ, जब एक्टिवा पर सवार होकर सदर बाजार निवासी हर्ष और रजत नलीपार की तरफ जा रहे थे। डंपर चालक के खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाने का मामला दर्ज किया गया है।
जागरण संवाददाता, करनाल : कुंजपुरा रोड स्थित आरके पुरम के पास डंपर की टक्कर से दो मौसेरे भाइयों की मौत हो गई। हादसा सुबह सवा नौ बजे हुआ जब एक्टिवा पर सवार होकर सदर बाजार निवासी हर्ष और रजत नलीपार की तरफ जा रहे थे। पुलिस ने शवों का पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिए हैं। डंपर चालक के खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाने का मामला दर्ज किया गया है। आरोपित अभी फरार है।
सदर बाजार निवासी 16 वर्षीय हर्ष उर्फ हैप्पी की बड़ी बहन काजल का सोमवार को जन्मदिन था। घर में रात को जगराता कराया गया था। परिवार व रिश्तेदार घर में इस खुशी के लिए सभी पहुंचे हुए थे। जगराते के बाद मंगलवार सुबह सवा नौ बजे हर्ष भाई रजत (21) के साथ स्कूटी पर सवार होकर निकले। स्कूटी रजत चला रहा था और हर्ष पीछे बैठा था। आरकेपुरम के पास एक डंपर ने उन्हें टक्कर मार दी। हर्ष के सिर से डंपर का पहिया निकलने के कारण उसकी मौके पर ही मौत हो गई, जबकि गंभीर घायल रजत को नागरिक अस्पताल भर्ती कराया गया, जहां कुछ देर बाद उसने भी दम तोड़ दिया। सूचना मिलते ही सेक्टर-9 चौकी की पुलिस मौके पर पहुंची और जांच की। तब तक डंपर चालक मौके से फरार हो गया था। पुलिस ने डंपर को कब्जे में लेकर चालक के खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाने का मामला दर्ज कर लिया गया।
गम में बदल गई खुशियां
हर्ष के पिता सुनील कुमार ने बताया कि वह पेंटर है। बेटी के जन्मदिन पर सभी रिश्तेदार आए हुए थे। सुबह मालूम नहीं था कि इतना बड़ा हादसा हो जाएगा। हर्ष एसडी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में 11वीं कक्षा का छात्र था और रजत 10वीं के बाद चालक बन गया था। सुनील ने बताया कि हर्ष सहित तीन भाई-बहन हैं। इसी तरह नलीपार निवासी साली के भी तीन बेटे हैं।
हर तीसरे दिन एक सड़क हादसे में हो रही मौत, काल बनकर दौड़ते भारी वाहन
4 से 10 जनवरी तक जिले में सड़क सुरक्षा सप्ताह का पाठ पढ़ाने वाले भारी वाहनों की स्पीड पर नियंत्रण नहीं कर पा रहे हैं। शहर में दो घंटे में 140 भारी वाहन पुलिस की नाक के नीचे से निकल रहे हैं और लोगों की मौत का कारण बन रहे हैं। पिछले वर्ष 19 दिसंबर को इंद्री रोड पर स्कूल बस हादसे में दो बच्चों की मौत भी भुलाया नहीं जा सकता। भारी वाहन चालक बिना रोक-टोक नियमों को ताक पर रख शहर से गुजर जाते हैं, जिसके चलते हर तीसरे दिन एक मौत सड़क हादसे में हो रही है। हादसों का मुख्य कारण गलत पार्किग, खराब सड़कें, नशे की हालत में वाहन चलाना, लापरवाही से तेज वाहन चलाना व ओवरलो¨डग मुख्य कारण होते हैं। वर्जन
सूचना मिलने पर घटनास्थल का मुआयना किया गया। शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिए गए। डंपर चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
धर्मपाल, चौकी इंचार्ज, सेक्टर-9