बैकफुट पर डेयरी संचालक, शिफ्टिंग को राजी, प्रशासन ने दी एक दिन की मोहलत
निगम के तेवरों को देखते हुए डेयरी संचालकों में भी हड़कंप मच गया क्योंकि सोमवार से निगम की ओर से डेयरियों को सील करने का काम शुरू किया जाना था।
जागरण संवाददाता, करनाल : शहर से पशुओं की डेयरी बाहर शिफ्ट करने को लेकर निगम ने अब तल्ख तेवर अपना लिए हैं। निगम के तेवरों को देखते हुए डेयरी संचालकों में भी हड़कंप मच गया क्योंकि सोमवार से निगम की ओर से डेयरियों को सील करने का काम शुरू किया जाना था। कार्रवाई शुरू होने से पहले ही डेयरी संचालक नगर निगम में मेयर रेणु बाला गुप्ता से मिलने पहुंच गए। डेयरी संचालकों ने सीएम मनोहर लाल के करनाल में प्रतिनिधि संजय बठला व उपायुक्त निशांत यादव से जाकर मुलाकात की। मेयर कार्यालय में उप नगर निगम आयुक्त धीरज कुमार ने डेयरी संचालकों को कहा कि निगम उन्हें नो प्रॉफिट-नो लॉस की नीति के तहत प्लॉट दे रहा है। शपथ पत्र देने के बाद टली कार्रवाई
डेयरी संचालक किसी भी तरह कार्रवाई टालना चाहते थे। लेकिन निगम प्रशासन अडिग था कि वे डेयरी शिफ्ट नहीं करते हैं तो डेयरी सील होगी। मेयर व सीएम प्रतिनिधि से मुलाकात के बाद उपायुक्त निशांत यादव से जाकर डेयरी संचालकों ने मुलाकात की। कुछ डेयरी संचालकों ने कहा कि वे काम ही बंद करना चाहते हैं तो प्लाट के लिए आवेदन के साथ अग्रिम राशि जमा नहीं करवा सकते। उपायुक्त ने कहा कि यह बात शपथ पत्र पर लिखकर दें कि वे करीब दो माह में अपना काम बंद कर लेंगे या इसे शहर से बाहर किसी ओर जगह ले जाएंगे। आखिरकार सील करने की कार्रवाई एक दिन के लिए स्थगित कर दी गई। कुछ ने प्लॉट के लिए सिक्योरिटी राशि और आवेदन की सहमति जाहिर की। 15 डेयरी संचालकों ने आवेदन भी दिया। उन्होंने पुलिस पोस्ट बनाने की मांग स्वीकार की। उपायुक्त ने डेयरी की जमीन के चारों ओर चारदीवारी की मांग को अस्वीकार कर दिया।
बुधवार से सील की कार्रवाई संभव
निगम प्रशासन मंगलवार शाम तक आने वाले आवेदनों को एकत्रित करने के बाद लिस्ट तैयार करेगा कि ऐसे कौन से डेयरी संचालक हैं, जिन्होंने ना तो बंद करने या शहर से बाहर ले जाने का शपथ पत्र दिया और ना ही अब तक आवेदन और 30 हजार रुपये सिक्योरिटी राशि के रूप में जमा करवाए हैं। ऐसा न करने वालों पर बुधवार से कार्रवाई होगी। शहर में 208 डेयरी, 79 ले चुके प्लॉट
शहर में करीब 208 डेयरी संचालक है। 79 डेयरी संचालक पिगली चौक पर प्लॉट लेने की प्रक्रिया में शामिल हो चुके हैं। 20 फरवरी को ड्रा निकाले गए हैं। कुछ संचालकों ने आवेदन के साथ ही राशि जमा करवाने के बाद भी ड्रा में भाग नहीं लिया था। अब दो दिन में नए आवेदन करने वालों के लिए ड्रा निकाला जाएगा।