करनाल में घटने लगे कोरोना मरीज, पांच ब्लैक फंगस के मामले आए सामने
करनाल में कोरोना मरीजों की संख्या कम होना राहत प्रदान कर रहा है। इसके साथ ही रिकवरी रेट में भी इजाफा होता जा रहा है। करनाल में शनिवार को कोरोना मरीजों के संक्रमण का आंकड़ा 200 के नीचे आ गया और नए केस 199 सामने आए। जबकि जिले में सात लोगों की मौत हुई। दूसरी ओर शनिवार को पांच ब्लैक फंगस के मामले में भी सामने आई जबकि 57 लोगों के सैंपल भेजे गए हैं। इसके साथ ही निसिग की गोशाला में 42 स्टाफ सदस्यों में से 26 की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
जागरण संवाददाता, करनाल : करनाल में कोरोना मरीजों की संख्या कम होना राहत प्रदान कर रहा है। इसके साथ ही रिकवरी रेट में भी इजाफा होता जा रहा है। करनाल में शनिवार को कोरोना मरीजों के संक्रमण का आंकड़ा 200 के नीचे आ गया और नए केस 199 सामने आए। जबकि जिले में सात लोगों की मौत हुई। दूसरी ओर शनिवार को पांच ब्लैक फंगस के मामले में भी सामने आई, जबकि 57 लोगों के सैंपल भेजे गए हैं। इसके साथ ही निसिग की गोशाला में 42 स्टाफ सदस्यों में से 26 की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
शनिवार को कोरोना से पीड़ित 484 मरीज ठीक होकर घर गए जबकि 199 लोग संक्रमित हुए। जिला में कोरोना वायरस से संक्रमित अब तक लिए गए 351037 में से 313073 सैम्पलों की रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है। जिले में अब तक 37938 पॉजिटिव केस सामने आए थे जिनमें से 34546 मरीज ठीक होकर घर चले गए। जिला का पॉजिटिविटी रेट 8.48 प्रतिशत और रिकवरी रेट 91.06 प्रतिशत तथा मृत्यु दर 1.22 प्रतिशत है। उपायुक्त ने बताया कि जिला में शनिवार को 484 मरीज ठीक होकर अपने घर चले गए है। आज रिपोर्ट के अनुसार 7 मौत हुई हैं। इसके साथ-साथ जिले में शनिवार को कोरोना से संक्रमित 199 नए केस सामने आए है। उन्होंने देर सायं जारी एक हेल्थ बुलेटिन में कहा कि अब तक 463 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की मृत्यु हो चुकी है। इस प्रकार जिला में कोरोना वायरस के 2929 एक्टिव केस है। डीसी ने कहा कि सभी नागरिक लॉकडाउन के नियमों का पालन करें तथा घर पर रहें तथा पैनिक न बनाएं। संवाद सूत्र, निसिग : कस्बे में लगातार संक्रमित केसों की संख्या बढ़कर 263 तक पहुंच गई है। 67 के सभी भी सक्रिय है। जबकि दो लोगो की संक्रमण से मौत हो चुकी है। वही 196 लोग रिकवर हो चुके। बीते 2 दिनों से स्वास्थ्य कर्मी निसिग गोशाला में सेवारत स्टाफ सदस्यों की सैंपलिग में जुटे थे। वीरवार को पहले दिन लिए गए आरटीपीसी टेस्ट में 14 लोग संक्रमित पाए गए थे। जबकि शनिवार को जांच में स्टाफ के 12 सदस्यों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। गोशाला के 42 में से 26 सदस्यों की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। एसएमओ डॉ. राजेश जौहरी ने बताया कि संक्रमित स्टाफ को गोशाला के कमरों में आइसोलेट कर दिया गया है। जिन के स्वास्थ्य की नियमित जांच भी की जा रही है। हालांकि किसी भी सदस्य को बुखार या किसी अन्य प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है। फिर भी स्वास्थ्य कर्मी नियमित स्वास्थ्य संबंधित अपडेट लेता रहेगा। -------------- दूध की सप्लाई बंद करने का लिया निर्णय गोशाला प्रधान सुभाष चंद सिगला ने बताया कि संक्रमित मिले गोसेवा स्टाफ सदस्यों को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं है। किसी में भी कोरोना के लक्षण दिखाई नहीं दे रहे थे। लेकिन जांच में पॉजिटिव पाए जाने के बाद उन्होंने सभी संक्रमित सदस्यों को गोशाला में ही अलग से आइसोलेट कर दिया है। उनकी व्यवस्था का प्रबंध किया गया है। इनके ठीक होने तक गोशाला में गौ सेवकों का नया स्टाफ कार्यरत किया गया है। वहीं मंगलवार तक गोशाला से सप्लाई होने वाली करीब साढ़े 3 क्विंटल दूध की सप्लाई को रोक दिया है। उन्होंने गौ सेवा के लिए गोशाला पहुंचने वाले सेवकों से किसी भी वस्तु को नहीं छूने एवं प्रसाद नहीं लेने की अपील की है। यदि संभव हो सके तो 1 सप्ताह गोशाला में आने से परहेज करें।