विधायक ने अफसरों के खिलाफ खोला मोर्चा, प्रशासनिक गलियारों में हड़कंप
लॉकडाउन के दौरान वायरस संक्रमण से बचाव के लिए जागरूकता को निकाले फ्लैग मार्च में बच्चों को शामिल करने पर कांग्रेस विधायक शमशेर सिंह गोगी ने प्रशासनिक अधिकारियों को आड़े हाथों लिया है। एसडीएम अनुराग ढालिया डीएसपी असंध दलबीर सिंह पर आरोप लगाते हुए शिकायत उपायुक्त और मुख्य सचिव को दी गई है। कार्रवाई करते हुए विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने मुख्य सचिव को एसडीएम के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखा है। इसके अलावा नगर पालिका द्वारा करवाए गए करोड़ों रुपये के विकास कार्यों में धांधली और जरूरतमंदों को बांटे जाने वाले खराब आटे की भी शिकायत दी गई है। विधानसभा स्पीकर के आदेश के बाद प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया है।
संवाद सहयोगी, असंध : लॉकडाउन के दौरान वायरस संक्रमण से बचाव के प्रति जागरूकता के लिए निकाले गए फ्लैग मार्च में बच्चों को शामिल करने पर कांग्रेस विधायक शमशेर सिंह गोगी ने प्रशासनिक अधिकारियों को आड़े हाथों लिया है। उनकी ओर से एसडीएम अनुराग ढालिया और डीएसपी असंध दलबीर सिंह पर आरोप लगाते हुए उपायुक्त तथा मुख्य सचिव को शिकायत दी गई। मामले में त्वरित कदम उठाते हुए विधानसभा के स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने मुख्य सचिव को एसडीएम के खिलाफ कार्रवाई के बाबत पत्र लिखा है। इसके अलावा, नगर पालिका द्वारा करवाए गए करोड़ों रुपये के विकास कार्यों में धांधली और जरूरतमंदों को बांटे जाने वाले खराब आटे की भी शिकायत दी गई है। स्पीकर के आदेश के बाद प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। फ्लैग मार्च में बच्चों को शामिल करने का मामला
कोरोना महामारी में प्रशासन लोगों में व्यवस्था को बनाए रखने के लिए हरसंभव कदम उठा रहा है। कई बार प्रशासन द्वारा लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक करने के लिए फ्लैग मार्च निकालकर संदेश दिया गया है। मार्च में एक सरकारी गाड़ी में एसडीएम असंध अनुराग ढालिया और डीएसपी दलबीर सिंह के बेटे का घूमना लोगों में चर्चा का विषय रहा है। विधायक ने सवाल उठाया है कि सरकार और प्रशासनिक अधिकारी करोड़ों रुपये खर्च करके लोगों को घरों के अंदर रहने के लिए संक्रमण बचाव का मैसेज दे रहे हैं जबकि दूसरी तरफ एसडीएम अनुराग ढालिया और डीएसपी दलबीर सिंह एक गाड़ी (एसडीएम की गाड़ी) में बैठते हैं। वहीं डीएसपी दलबीर सिंह की गाड़ी में दोनों अधिकारियों के बेटे और सुरक्षाकर्मी बैठते हैं। ऐसा एक बार नहीं, बल्कि तीन बार देखा गया है। प्रशासन द्वारा दो बार असंध शहर और 20 अप्रैल को ग्रामीण क्षेत्र में फ्लैग मार्च निकाला गया था। फ्लैग मार्च निकालते समय दोनों अधिकारियों के बेटे गांव खेड़ी शर्फअली के अड्डे पर सरकारी गाड़ी से नीचे उतरे। इसी दौरान एसडीएम की गाड़ी से उतरे दोनों अधिकारियों सहित सभी ने चाय भी पी। इसी बाबत विधायक शमशेर गोगी ने शिकायत दी है। खराब आटा वितरण व विकास कार्यो में धांधली
क्षेत्र के कई गांवों में डिपो पर जरूरतमंदों को दिया जाने वाला आटा निम्नस्तरीय है। इसकी कई बार शिकायत की गई। किसी ने भी उपभोक्ताओं की नहीं सुनी। वहीं, नगरपालिका द्वारा शहर में खिजराबाद रोड पर लगभग एक करोड़ 10 लाख रुपए की लागत से पार्क का निर्माण कराया जा रहा है लेकिन इसमें ठेकेदार द्वारा मिट्टी लागत से ज्यादा दिखाकर बिल पास कराने की कोशिश की गई। दूसरी तरफ, नपा द्वारा वेस्टेज डालने के लिए लगभग 25 लाख रुपये की लागत से प्लांट बनाया गया, जिसे अभी चालू नहीं किया गया। कांग्रेस विधायक शमशेर गोगी ने जिला उपायुक्त और मुख्य सचिव को पत्र लिख मामले में नपा एमई अशोक कुमार, नपा सचिव राजेश शर्मा की संपति की जांच की मांग की है। उन्होंने बताया कि नपा के एमई अशोक कुमार को सफीदों का भी चार्ज मिला हुआ है। उनकी संपति की जांच होनी चाहिए।