सोशल मीडिया के प्रचार में अभी पीछे काग्रेस, जेजेपी व इनेलो
चुनाव में प्रचार के रंग ढंग बदल रहे हैं। इन चुनाव में सोशल मीडिया फिर से प्रचार का एक बड़ा माध्यम बनकर उभरा है लेकिन अभी तक इस प्लेटफार्म पर काग्रेस जेजेपी व इनेलो अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज नहीं करवा पा रही है।
जागरण संवाददाता, करनाल : चुनाव में प्रचार के रंग ढंग बदल रहे हैं। इन चुनाव में सोशल मीडिया फिर से प्रचार का एक बड़ा माध्यम बनकर उभरा है, लेकिन अभी तक इस प्लेटफार्म पर काग्रेस, जेजेपी व इनेलो अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज नहीं करवा पा रही है। इधर भाजपाई लगातार सोशल मीडिया के माध्यम से दूसरे दलों को निशाने पर लिए हुए हैं। वे अपनी पार्टी के पक्ष में मतदान करने की अपील भी नई-नई पोस्ट डालकर कर रहे हैं।
इनके बीच आए अंतर का एक ही सबसे बड़ा कारण है कि भाजपा अपने प्रत्याशी घोषित कर चुकी है। काग्रेस व जेजेपी अभी तक प्रत्याशी के नाम पर मंथन ही कर रही है। इनेलो ने भी बुधवार की दोपहर को अपने प्रत्याशी का ऐलान किया है। इन दलों के प्रत्याशी मैदान में नहीं होने की वजह से समर्थक चाहकर भी वोट नहीं माग पा रहे। क्योंकि वह करनाल संसदीय क्षेत्र में किस चेहरे को सामने रखकर वोट मागें, यह उन्हें भी नहीं पता था। लिहाजा एक या दो दिन में काग्रेस व जेजेपी के प्रत्याशी घोषित होने के बाद ही सोशल मीडिया पर अभी असली चुनावी रंग देखने को मिलेगा। अभी तो महज और महज कमल के समर्थक ही इस मंच पर ज्यादा चमक रहे हैं।
वाट्सएप और फेसबुक पर छाए हैं भाजपा के पोस्ट, विपक्षी कर रहे बस कमेंट
वाट्सएप और फेसबुक पर भाजपा के पोस्ट छाए हुए हैं। काग्रेस और जेजेपी के समर्थक इन पोस्ट पर कमेंट करने में व्यस्त हैं। चूंकि अभी उनके प्रत्याशी मैदान में नहीं है तो वह उनके लिए पोस्ट भी तैयार नहीं कर पा रहे हैं। इनेलो का प्रत्याशी बुधवार को घोषित हुआ है। ऐसे में उम्मीद है कि इनेलो भी सोशल मीडिया की वार में उतर जाएगी। काग्रेस और जेजेपी के समर्थक महज और महज अभी भाजपा के पोस्ट आने पर उनकी पार्टी की नीतियों में कमेंट करके कमी ही निकाल पा रहे हैं।