बुड्ढाखेड़ा के पीछे ढहा दी कॉलोनी, टीम पर पथराव
जागरण संवाददाता करनाल बुड्ढाखेड़ा के पीछे स्थित अवैध कालोनी में निर्माण कार्य रोकने के
जागरण संवाददाता, करनाल: बुड्ढाखेड़ा के पीछे स्थित अवैध कालोनी में निर्माण कार्य रोकने के लिए नगर निगम और जिला नगर योजनाकार का दस्ता मंगलवार को पुलिस बल के साथ पहुंचा। अवैध निर्माण गिराने की कार्रवाई आगे बढ़ने के साथ ही टीम को इस क्षेत्र के पार्षद बलविद्र सिंह के विरोध का सामना करना पड़ा। इसी बीच में लोगों ने टीम पर पथराव भी शुरू कर दिया। पथराव के चलते जेसीबी मशीन के शीशे टूट गए और टीम को अपनी कार्रवाई रोकनी पड़ी। डीटीपी ने डीसी और एसपी को पूरी घटना की जानकारी दी। उन्होंने पार्षद के खिलाफ केस दर्ज कराने के लिए पुलिस को लिखित शिकायत दी। पुलिस ने आवश्यक कार्रवाई अमल में लाने की बात कही है। दैनिक जागरण की खबर पर संज्ञान
इन दिनों दैनिक जागरण की ओर से अवैध कालोनियों के पनपने के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान पर संज्ञान लेते हुए मंगलवार को नगर निगम और जिला नगर योजनाकार की टीम ने संयुक्त कार्रवाई की। टीम ने जेसीबी की मदद से कालोनी में पहुंचकर दो मकानों को गिरा दिया। इसके साथ ही सड़कों को उखाड़ना शुरू कर दिया। कार्रवाई के बीच में ही वार्ड नंबर दो के पार्षद बलविद्र सिंह मौकेपर पहुंचे और उन्होंने कार्रवाई का विरोध किया। इसी के साथ लोग भी जुटना शुरू हो गए। देखते ही देखते लोगों ने टीम पर पथराव शुरू किया तो कार्रवाई को बीच में रोकना पड़ गया और टीम पीछे हट गई। डीटीपी विक्रम के साथ भी पार्षद बलविद्र सिंह की जमकर बहस की। डीटीपी ने लगाया विवाद भड़काने का आरोप
दूसरी ओर डीटीपी विक्रम ने आरोप लगाया कि पार्षद बलविद्र सिंह ने लोगों को भड़काया। इससे लोगों ने टीम पर हमला बोल दिया। इसके चलते टीम अपनी जान बचाकर वहां से निकली। यह भी आरोप लगाया कि उन्हें पार्षद बलविद्र सिंह ने जान से मारने की धमकी दी। उन्होंने डीसी और एसपी को पूरी घटना से अवगत कराया है और पार्षद पर एफआइआर दर्ज करने के लिए पुलिस को लिखा है। सेक्टर 32-33 पुलिस थाने के एसएचओ कंवर सिंह ने कहा कि घटनाक्रम को लेकर कानूनी तौर पर कार्रवाई की जा रही है। मकान बनने के बाद याद आती अवैध कालोनी
नगर निगम और डीटीपी की ओर से अवैध कालोनी को विकसित होने से रोकने के दावे किए जाते रहते हैं। इसके बावजूद अवैध कालोनियों का विस्तार लगातार बढ़ता जा रहा है। यह भी बात गौर करने वाली है कि भूमाफिया जब अवैध कालोनी में प्लाट कर बेचते हैं तो उनकी रजिस्ट्री की प्रॉपर्टी आइडी नंबर और एनओसी डीटीपी देता है। इसके बाद रजिस्ट्री होती है, लेकिन इसके बाद गरीब इन कालोनी में मकान बनाना शुरू करते हैं तो अवैध निर्माण की याद आती है। पहले भी चल चुकी जेसीबी
साढ़े छह एकड़ में बनी इस कालोनी में पहले भी कार्रवाई हो चुकी है। मंगलवार को टीम ने इस कालोनी में दो मकानों का निर्माण ढहा दिया था। इनमें से एक निर्माणाधीन मकान को पहले भी ढहाया था। अब फिर कार्रवाई हुई तो दोबारा से उस मकान को ढहा दिया गया। इसके साथ ही कालोनी में सड़कों का विस्तार भी हो चुका है, लेकिन कुछ जगह से दोबारा सड़क को उखाड़ दिया गया। बलविंद्र बोले- डीटीपी ने लोगों को मेरे खिलाफ भड़काया
पार्षद बलविद्र सिंह ने कहा कि डीटीपी विक्रम ने मेरे खिलाफ लोगों को भड़काया और लोगों को कहा कि पार्षद के कहने पर ही हम कार्रवाई करते हैं। पथराव से मुझे भी चोट लगी। उन्होंने डीटीपी से अनुरोध किया था कि वह लोगों के मकान तोड़ने के बजाय सड़कें उखाड़ें और कालोनाइजर पर कार्रवाई करे।