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कोच बने ठेकेदार, कैसे होगी पौध तैयार?

-70 से अधिक खिलाड़ी अभ्यास के लिए अधिकारियों के काट रहे हैं चक्कर

By JagranEdited By: Published: Mon, 07 Sep 2020 06:10 AM (IST)Updated: Mon, 07 Sep 2020 06:10 AM (IST)
कोच बने ठेकेदार, कैसे होगी पौध तैयार?

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-70 से अधिक खिलाड़ी अभ्यास के लिए अधिकारियों के काट रहे हैं चक्कर

-13 करोड़ रुपये स्टेडियम पर खर्च किए गए लेकिन खिलाड़ियों को लाभ नहीं -कर्ण स्टेडियम में प्रशिक्षकों के खिलाफ सीएम विडो में शिकायत

-खिलाड़ियों की सुध लेने के प्रति मंत्री और उच्चाधिकारी नहीं गंभीर जागरण संवाददाता, करनाल : विवादों में चल रहे कर्ण स्टेडियम के प्रशिक्षकों की कारगुजारियों की शिकायतें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। थ्रो फेंकने वाले खिलाड़ियों के अभ्यास पर पाबंदी का विवाद काफी समय बाद भी थमा नहीं है। अब खेल विभाग को चपत लगाने के आरोप में प्रशिक्षकों की शिकायत सीएम विडो में दी गई है। राजनीतिक संरक्षण के चलते प्रशिक्षकों के खिलाफ अर्जियों की फाइल मोटी होती जा रही है, लेकिन खेल मंत्री, खेल एवं युवा कार्यक्रम उच्चाधिकारी सहित जिला उपायुक्त स्टेडियम में व्यवस्था बनाने के नाम पर बगलें झांक रहे हैं। नतीजतन वर्षों से जमे प्रशिक्षक जिले के खिलाड़ियों के प्रदर्शन में सुधार लाने के बजाए अपनी जेबों को भरने में जुटे हैं।

सीएम विडो पर दी गई शिकायत में आरोप है कि परिचितों की आड़ में प्रशिक्षक ठेकेदारी कर खेल विभाग से मोटी रकम कूट रहे हैं। एक कोच नौकरी के दौरान अपने निजी प्रशिक्षण केंद्र को बढ़ावा देने में व्यस्त हैं। दूसरी तरफ स्टेडियम में अभ्यास के लिए खिलाड़ियों को प्रशिक्षकों की मनमर्जी का शिकार होना पड़ रहा है। बॉक्स----

नहीं थम रहा खिलाड़ियों-प्रशिक्षकों का विवाद

लक्ष्य, कुलवंत, श्याम सिंह, हरमन, दीपक, गौरव कुमार ने बताया कि सीएम सिटी में सिथेटिक ट्रैक के लिए लगभग सात करोड़ रुपये लगाए गए लेकिन खिलाड़ियों के अभ्यास पर पाबंदी लगा दी गई है। थ्रो इवेंट्स के अभ्यास पर पाबंदी लगाने वाले अधिकारी का नाम भी खेल विभाग उजागर नहीं कर रहा है। खिलाड़ियों का आरोप है कि इस तरह के फरमान की आड़ में प्रशिक्षक खिलाड़ियों के साथ राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि अधिकारियों को लगातार शिकायत करने के बावजूद थ्रो खिलाड़ी अभ्यास के लिए भटक रहे हैं। लॉकडाउन के बाद से अभ्यास को तरस रहे खिलाड़ियों को अब यहां प्रशिक्षकों की मनमर्जी का शिकार होना पड़ रहा है। 70 से अधिक खिलाड़ी अपने खेल के अभ्यास के लिए प्रशासनिक अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं। खेल मंत्री और युवा एवं खेल उच्चाधिकारियों को शिकायत के बावजूद स्टेडियम में 13 करोड़ रुपये की लागत से किए गए काम का उन्हें फायदा नहीं मिल रहा है। बॉक्स----

स्टेडियम में गड़बड़ियों पर जल्द करेंगे कार्रवाई : खेल मंत्री

खेल मंत्री संदीप सिंह ने बताया कि खिलाड़ियों के अभ्यास पर पाबंदी को लेकर अधिकारियों से बातचीत की जा रही है। आदेश जारी करने वाले अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। परिचितों के साथ मिलकर विभाग को चूना लगाने वाले प्रशिक्षकों के खिलाफ तुरंत एक्शन लिया जाएगा। स्टेडियम में प्रशिक्षक का काम केवल अभ्यास करवाना है। लंबे समय से बैठे प्रशिक्षकों के तबादले पर भी गौर किया जाएगा। खेल एवं युवा कार्यक्रम विभाग के निदेशक डा. एसएस फुलिया ने बताया कि करीबियों के साथ ठेकेदारी करने वाले प्रशिक्षकों की शिकायत मिलने पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी। जिला खेल अधिकारी दिलबाग सिंह ने बताया कि थ्रो संबंधी समस्या को हल किया जा रहा है। प्रशिक्षकों द्वारा ठेकेदारी करने की शिकायत उनके संज्ञान में नहीं है।


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