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सीएम फ्लाइंग ने जंगल में की छापेमारी, 700 लीटर लाहन बरामद

संवाद सहयोगी असंध प्रदेश के कई जिलों में जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत हो जाने

By JagranEdited By: Published: Tue, 10 Nov 2020 06:59 AM (IST)Updated: Tue, 10 Nov 2020 06:59 AM (IST)
सीएम फ्लाइंग ने जंगल में की छापेमारी, 700 लीटर लाहन बरामद
सीएम फ्लाइंग ने जंगल में की छापेमारी, 700 लीटर लाहन बरामद

संवाद सहयोगी, असंध : प्रदेश के कई जिलों में जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत हो जाने के बाद करनाल प्रशासन भी पूरी तरह से अलर्ट मोड पर आ गया है। अवैध शराब का धंधा रोकने के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। इसी के चलते सोमवार को सीआईडी, सीएम फ्लाइंग व एक्साइज विभाग की संयुक्त टीम ने खिजराबाद के जंगल में छापेमारी की। इस दौरान अवैध रूप से तैयार की जा रही कच्ची शराब के लगभग 700 लीटर लाहन व खाली पड़े ड्रमों को कब्जे में ले लिया गया। विभाग ने फिलहाल अज्ञात आरोपित के खिलाफ मामला दर्ज कर तमाम पहलुओं से छानबीन शुरू कर दी है।

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सीएम फ्लाइंग की टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि खिजराबाद के जंगल में अवैध रूप से कच्ची शराब निकालने का काम किया जाता है। इसी आधार पर टीम ने जब जंगल में छापेमारी की तो मौके पर भारी मात्रा में लाहन मिला है। जंगल में थोड़ी थोड़ी दूरी पर झाड़ियों के बीच में जगह बनाकर लाहन तैयार किया जा रहा था। इसे मौके से विभाग की टीम ने कब्जे में ले लिया। विभाग के अधिकारियों ने इसके बाद आसपास भी सर्च अभियान चलाया, जहां से भारी मात्रा में लाहन मिला है।

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पुलिस की कार्रवाई पर उठ रहे सवाल टीम को मौके से दो ताला लगे ड्रम और तीन कटे हुए आधे-आधे लाहन से भरे ड्रम मिले, जिनमें करीब

700 लीटर स्टॉक था। वहीं बताया जा रहा है कि पुलिस ने 250 लीटर लाहन का स्टॉक ही दर्ज किए मामले में दिखाया है। ऐसे में पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए जा रहे है।

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विभागों की टीम ने की जगह जगह छापेमारी बीहड़ के नाम से विख्यात खिजराबाद का जंगल कई एकड़ में फैला हुआ है, जिसमें घने पेड़ व झाडियां खड़ी हुई हैं। यहां दिन के समय जाने में भी डर लगता है। इसी का फायदा उठाकर वहां आसपास के लोगों ने अवैध रूप से कच्ची शराब निकालने का ठिकाना बनाया हुआ है। खिजराबाद का बीहड़ शराबियों का बड़ा ठिकाना है, जहां जगह-जगह पर शराब के लिए भट्टियां बनाई गई हैं। आसपास के लोगों का कहना है कि जंगल में यही काम किये जाते हैं। यहां पुलिस आने की बहुत कम उम्मीद होती है। इसी का फायदा आपराधिक तत्व उठाते हैं।


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