सीएम फ्लाईंग की छापेमारी, डिपो संचालकों में हड़कंप
खाद्य आपूर्ति विभाग के अंर्तगत संचालित जिले के तमाम डिपो संचालकों में
जागरण संवाददाता, करनाल : खाद्य आपूर्ति विभाग के अंर्तगत संचालित जिले के तमाम डिपो संचालकों में बुधवार को उस समय हड़कंप मच गया जब सीएम फ्लाइंग छापेमारी के लिए इंद्री क्षेत्र के गांव रंभा पहुंच गई। टीम ने यहां दो डिपो पर कार्रवाई की, लेकिन तब तक अधिकतर गेहूं का वितरण हो चुका था। डिपो पर जो गेहूं बचा मिला, वह खराब हालत में था। टीम ने इसके सैंपल लिए तो वहीं दोनों डिपो का रिकार्ड भी कब्जे में ले लिया। वहीं मामले में एक विभागीय निरीक्षक को निलंबित करने की कार्रवाई भी की गई है।
एसआई रामेहर सिंह के नेतृत्व में टीम में एएसआई सुखपाल, दिलावर सिंह, जगदीश, वीरेंद्र आदि शामिल रहे। टीम के इंचार्ज राममेहर सिंह ने बताया कि डिपो पर छापेमारी की गई कार्रवाई के समय तक अधिकतर गेहूं का वितरण हो चुका था। ऐसे में छापे के दौरान बचा हुआ जितना भी सामान मिला, उसकी जांच के लिए सैंपल लिए गए है। डिपो का रिकार्ड भी जांचा गया, ताकि पता लगाया जा सके कि कितना राशन पहुंचा और कितना वितरित किया गया। सैंपल जांच रिपोर्ट आने के बाद अगली कार्रवाई की जाएगी।
उधर, बताया जा रहा है कि विभाग को सूचना मिली थी कि खराब क्वालिटी का गेहूं डिपो पर वितरित किया जा रहा है। सूचना के आधार पर ही सीएम फ्लाईंग ने छापेमारी की है। सीएम फ्लाईंग टीम की छापेमारी की सूचना अन्य डिपो संचालकों तक भी फैल गई, जिनके बीच पूरी कार्रवाई को लेकर हड़कंप मचा रहा। वहीं, उच्च स्तर से की गई सघन कार्रवाई के तहत पहले करनाल और अब हिसार में तैनात एक विभागीय निरीक्षक को भी निलंबित करने की सूचना है। बताया जा रहा है कि अन्य जिले में अटैच करने के साथ ही आरोपित निरीक्षक के खिलाफ विधिक कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी। डिपो की सप्लाई निलंबित
बताया जा रहा है कि खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग को शिकायत मिली थी कि अन्नपूर्णा उत्सव के दौरान कुछ डिपो पर खराब क्वालिटी का गेहूं सप्लाई किया गया। डिपोधारकों द्वारा इसका वितरण करने से विभागीय छवि धूमिल हुई, जिसे देखते हुए छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया गया। ऐसे में छापेमारी के साथ ही
जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक निशांत राठी को पीडीएस कन्ट्रोल आर्डर-2009 के तहत सख्त कार्रवाई करने के लिए शासन से निर्देश जारी किए गए हैं।