राज्य स्तरीय खेल महाकुंभ से सीएम सिटी वंचित
हरियाणा की स्वर्ण जयंती पर खेल महाकुंभ की वर्ष-2017 में शुरुआत करने वाली सीएम सिटी इस बार राज्य स्तरीय मुकाबलों से महरूम रहेगी।
जागरण संवाददाता, करनाल : हरियाणा की स्वर्ण जयंती पर खेल महाकुंभ की वर्ष-2017 में शुरुआत करने वाली सीएम सिटी इस बार राज्य स्तरीय मुकाबलों से महरूम रहेगी। युवा और खेल विभाग की ओर से जारी राज्य स्तरीय महाकुंभ मुकाबले के शेड्यूल अनुसार 8 नवंबर से होने वाले मुकाबले पानीपत, कैथल, रेवाड़ी, रोहतक, फरीदाबाद, गुरुग्राम, हिसार, सिरसा में कराए जा रहे हैं। सात करोड़ से बनकर तैयार अंतरराष्ट्रीय स्तर के सिथेटिक ट्रैक पर राज्य स्तरीय मुकाबले न होने के कारण खेल प्रेमियों में मायूसी है। अधिकारियों की मानें तो प्रदेश के सभी जिलों में खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए शेड्यूल तैयार किया है। दूसरी तरफ, आज से जिला स्तरीय खेल महाकुंभ में हिस्सा लेने के लिए खिलाड़ियों में उत्साह है। करनाल में खिलाड़ियों के साथ भेदभाव
मास्टर एथलीट महासचिव महावीर तालियान ने बताया कि करनाल में स्टेट महाकुंभ मुकाबले न होने के कारण खिलाड़ियों के साथ भेदभाव किया गया है। इस बार मास्टर एथलीट को भी महाकुंभ में शामिल नहीं किया गया, जिसके चलते 35 वर्ष की उम्र से अधिक खिलाड़ी हिस्सा नहीं ले सकेंगे। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल, सीएम विडों, डायरेक्टर खेल विभाग को पत्र लिखा है, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। हरियाणा की खेल पॉलिसी में शामिल होने के बावजूद मौका नहीं मिला, जबकि वर्ष 2017 में मास्टर एथलीट को मुकाबलों का हिस्सा बनाया था। इस बार करनाल को मेजबानी का मौका नहीं
आठ नवंबर से शुरू होने वाले राज्य स्तरीय मुकाबले फरीदाबाद, रेवाड़ी, रोहतक, पानीपत, गुरुग्राम, हिसार, सिरसा, कैथल में अलग-अलग खेलों के मुकाबले करवाए जा रहे हैं। 15 ईवेंट में जिला स्तरीय मुकाबलों में 7964 खिलाड़ियों का चयन किया जाएगा, जिनमें 4070 पुरुष व 3894 महिला खिलाड़ी शामिल हैं। जारी शेड्यूल के अनुसार इस बार करनाल को मेजबानी का मौका नहीं दिया गया है। बता दें कि स्टेट लेवल पर पहला पुरस्कार 5000 रुपये (टीम इवेंट में प्रति खिलाड़ी 3000 रुपये), दूसरा 3000 रुपये (टीम इवेंट में प्रति खिलाड़ी 2000 रुपये) तथा तीसरे स्थान पर 2000 रुपये (टीम इवेंट में प्रति खिलाड़ी 1000 रुपये) दिए जाएंगे। खास है कि इस बार यह प्रतियोगिता ओपन कैटेगरी में होगी, जबकि विजेताओं को इनाम राशि भी खातों में डालने के बजाय नकद दी जाएगी। स्वर्ण जयंती पर हुई थी शुरुआत
वर्ष 2017 में हरियाणा स्वर्ण जयंती पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने राज्य स्तरीय खेल महाकुंभ के मुकाबलों की शुरुआत की थी। 31 अक्टूबर तक चलने वाले खेल महाकुंभ का समापन समारोह हिसार में किया था। तत्कालीन केंद्रीय खेल मंत्री, खेलमंत्री अनिल विज सहित मंत्री और अधिकारी मौजूद रहे थे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के शहर में इस बार राज्य स्तरीय मुकाबले न होने के कारण खिलाड़ियों में निराशा है। खिलाड़ियों को प्रोत्साहन के लिए शेड्यूल
खेल एवं युवा कार्यक्रम विभाग के डिप्टी डायरेक्टर अरुणकांत ने बताया कि प्रदेश के सभी जिलों के खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए शेड्यूल बनाया है। अलग-अलग मुकाबलों में चलते पिछले वर्ष कुछ जिले राज्य स्तरीय मुकाबलों से वंचित रह गए थे। इसी के चलते इस बार सिरसा, कैथल, रेवाड़ी, रोहतक, पानीपत, गुरुग्राम, फरीदाबाद, हिसार में मुकाबले करवाए जा रहे हैं। खिलाड़ियों को नकद पुरस्कार वितरित किए जाएंगे।