शहर की मुख्य सीवर लाइन जाम
नगर निगम शहर के 80 प्रतिशत सीवरेज लाइनों की सफाई का दावा कर रहा है। सफाई का ये दावा कितना सही है ये जानने के लिए दैनिक जागरण संवाददाता ने शहर की सीवर व्यवस्था को चेक किया। बरसात के दिनों में मीरा घाटी चौक के पास स्थित कॉलोनी शाम नगर इंद्रा कॉलोनी व वाल्मीकि कॉलोनी के घरों में बरसाती पानी के साथ-साथ सीवर का पानी भी घूस जाता है तो पहुंच गए प्रीतम नगर। यहां जो देखा जो जानकारी मिली आईये आप भी जानिए -
धर्मसिंह, करनाल
नगर निगम शहर के 80 प्रतिशत सीवरेज लाइनों की सफाई का दावा कर रहा है। सफाई का ये दावा कितना सही है, ये जानने के लिए दैनिक जागरण संवाददाता ने शहर की सीवर व्यवस्था को चेक किया। बरसात के दिनों में मीरा घाटी चौक के पास स्थित कॉलोनी शाम नगर, इंद्रा कॉलोनी व वाल्मीकि कॉलोनी के घरों में बरसाती पानी के साथ-साथ सीवर का पानी भी घूस जाता है तो पहुंच गए प्रीतम नगर। यहां जो देखा, जो जानकारी मिली आईये आप भी जानिए -
ये है शिव कॉलोनी से प्रीतम नगर तक के लोगों की सीवर व्यवस्था को संभालने वाली लाइन। लगभग सात किलोमीटर लंबी इस लाइन को लोग गंदा नाला भी कहते हैं। आधे शहर के पानी को ले जाने की जिम्मेदारी इसी नाले पर है, फिर भी निगम का ध्यान इसकी ओर नही है। जगह-जगह इसमें गंदगी जमा है। जून 2018 में मानसून आने से पहले इसकी सफाई की गई थी। एक साल हो गया परन्तु अभी तक यहां सफाई की ओर ध्यान नही दिया गया। प्रीतम नगर में इसे पक्का किए जाने का कार्य भी काफी धीमी गति से चल रहा है। फोटो.. 07 नंबर है
2018 मानसून से पहले यहां नाले पर लगाई थी मशीनें
इस नाले पर एक साल पहले मशीनें लगाई गई थी। मुझे याद है तब मानसून आने वाला था और इस नाले की सफाई की गई थी। बरसात शुरु हुई तो मशीनें बंद कर दी गई। तब से अब तक दोबारा ये मशीनें चालू नही की गई है। जब सफाई ही नही करनी तो ये मशीनें यहां क्यों छोड़ दी गई यह भी सोचने की बात है।
राजेंद्र कुमार स्थानीय निवासी फोटो..08 नंबर है
एक साल हो गया, नही हुई सफाई
शहर का सबसे ज्यादा लोड इसी नाले पर है। लगभग आधा शहर इस नाले से जुड़ा है। बरसात के दिनों में इसके आस-पास की कॉलोनियों में पानी जमा हो जाता है। लेकिन निगम का ध्यान इसकी सफाई की ओर नही है। दावे जो मर्जी करें, सच्चाई तो यही है कि शहर में कहीं भी सीवर सफाई नजर नही आती।
गोपाल चांद सराय फोटो..08ए है
धीमी गति से चल रहा है नाला पक्का किए जाने का कार्य
प्रीतम नगर में इस नाले को पक्का किए जाने का काम चल रहा है। मार्च में यह कार्य पूर्ण हो जाना चाहिए था, लेकि कार्य की गति इतनी धीमी है कि अभी तक यह पूरा नही हो सका। इससे दुकानदार काफी परेशान हैं। सफाई के हालात आप देख ही रहें हैं।
सुनील शर्मा दुकानदार प्रीतम नगर फोटो..09 नंबर है
नाले में मंदिर के सीवर का पानी डालना हुआ मुश्किल
इंद्रा कॉलोनी के सामने चांद सराय में यहां बाला जी का मंदिर है। इस मंदिर से पानी निकालने के लिए पाइप डाली गई है, जो ब्लॉक रहती है। कारण नाले में जमा गंदगी है। नाले में पाइप के सामने गंदगी जमा है जो पानी निकलने नही दे रही।
सुरेंद्र पुजारी फोटो..10 नंबर है
साल पहले हुई सफाई का कचरा अभी तक नही उठाया
इंद्रा कॉलोनी के पास इस नाले की सफाई मानसून से पहले जून 2018 मे की गई थी। यहां काफी कचरा निकाला गया था। एक साल हो गया यहां आजतक कोई इस कचरे को उठाने नही आया। यहां से निकाला गया कचरा कुछ तो वापस नाले में ही बह गया, बाकि यहां अभी भी पड़ा है।
संदीप, इंद्रा कॉलोनी इस नाले पर निर्भर है आधा शहर
पानी निकासी के मामले में इस नाले पर आधा शहर निर्भर है। लगभग 7 किलोमीटर लंबे इस नाले में शिव कॉलोनी, बाग कॉलोनी, शिवाजी नगर, हांसी चौक कॉलोनी, न्यू रमेश नगर, सदर बाजार, वाल्मीकि कॉलोनी, मंगल कॉलोनी, पुरानी अनाजमंडी, जुंडला गेट, जाटो गेट, चांद सराय, इंद्रा कॉलोनी, खेड़ा कॉलोनी, शामनगर, मीरा घाटी, प्रीतम नगर व मोती नगर से निकला सीवर का पानी बहता है।
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