सीबीएसइ बनाएगा बच्चों को हरफनमौला, मांगें सुझाव
सीबीएसई पाठ्यक्रम में बड़ा बदलाव करने जा रहा है। बच्चों को पढ़ाई के बोझ को कम करने की सोच के साथ ही उन्हें आलराउंडर बनाने की सोच के साथ कदम आगे बढ़ाए गए हैं।
जागरण संवाददाता, करनाल : सीबीएसई पाठ्यक्रम में बड़ा बदलाव करने जा रहा है। बच्चों को पढ़ाई के बोझ को कम करने की सोच के साथ ही उन्हें आलराउंडर बनाने की सोच के साथ कदम आगे बढ़ाए गए हैं। इसके लिए पहली से 12वीं कक्षा तक का पाठ्यक्रम बदला जाएगा। छह अप्रैल तक सुझाव भी आमंत्रित किए गए हैं।
बोर्ड ऐसा पाठ्यक्रम तय करना चाहता है, जिससे बच्चे हरफनमौला बनें। किताबी ज्ञान के साथ ही व्यावहारिक शिक्षा देने के मकसद नई कवायद शुरू की गई है। इसमें सभी की राय आमंत्रित की गई है। चूंकि सीबीएसइ खुद मान रहा है कि इस समय पाठ्यक्रम बच्चों पर पढ़ाई का दबाव बना रहा है। पाठ्यक्रम ऐसा होना चाहिए, जो बच्चों पर किताबों का बोझ न डाले। सीबीएसई की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन फॉर्म के जरिए अपनी राय दे सकते हैं। हालांकि बोर्ड ने साफ किया है कि हर सलाह के पीछे उचित तर्क जरूर हो। बोर्ड व्यक्तिगत जानकारी को गोपनीय रखेगा।
बोर्ड का मानना है कि देश के बच्चे काफी रचनात्मक हैं। किताबी ज्ञान इस प्रतिभा को दबा रहा है। एक गतिशील सिलेबस उन्हें बहुमुखी बनाएगा। बचपन से ही वे रचनात्मक कार्यो में दक्ष बन सकेंगे।
परीक्षा के दौरान सतर्क रहें केंद्र
सीबीएसई ने बोर्ड एग्जाम सेंटर्स को फर्जी मेल्स या मैसेज के प्रति आगाह किया है। एक नोटिफिकेशन के जरिए बोर्ड ने बताया है कि उन्हें कुछ केंद्रों से खबर मिली कि उनके पास वेरिफिकेशन के लिए प्रश्न पत्र की कॉपी मांगी जा रही है। ई-मेल, एसएमएस और वॉट्सएप टेक्स्ट के जरिए ऐसी मांग की जा रही है। बोर्ड किसी भी एग्जाम सेंटर से प्रश्न पत्र की कोई कॉपी नहीं मांगता है।