सावधानी हटी, दुघर्टना घटी : मंगलवार को 484 केस, चार की मौत
जागरण संवाददाता करनाल सावधानी हटी दुर्घटना घटी। यह संदेश अक्सर सड़क हादसों को र
जागरण संवाददाता, करनाल:
सावधानी हटी, दुर्घटना घटी। यह संदेश अक्सर सड़क हादसों को रोकने के लिए एक चेतावनी के रूप में हर जगह अंकित मिलता है। लेकिन यह कहावत कोरोना संक्रमण के मामलों पर भी सटीक बैठती है। मंगलवार को जिले में कोरोना संक्रमण के मिले 484 नए मामलों और चार मौत की हकीकत तो इसी ओर इशारा कर रही है। साफ है कि अब थोड़ी सी भी लापरवाही बरती तो बड़ा हादसा संभव है। यानि कोरोना से मौत भी हो सकती है।
जिले में कोरोना संक्रमण लगातार बेकाबू होता जा रहा है। पहले तो केस की संख्या ही बढ़ रही थी, लेकिन अब मौत के आंकड़े भी डराने लगे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि कोविड-19 के नियमों का सख्ती से पालन करें। लापरवाही काफी घातक हो सकती है।
जानें क्या है जिले की स्थिति?
मंगलवार को जिले में कोरोना के 484 नए केस मिले जबकि चार मौत भी हुई। 366 मरीज ठीक हुए। जिले में अब तक 672029 व्यक्तियों के सैंपल लिए गए हैं। जिले में अब तक 44194 पाजिटिव केस सामने आए थे, जिनमें से 40930 मरीज ठीक होकर घर चले गए। पिछले 24 घंटे में 2185 सैंपल लिए गए। कोरोना संक्रमण से अब तक 565 लोगों की मौत हो चुकी है। जिले में कोरोना वायरस के 2699 पाजिटिव केस सक्रिय हैं।
कोरोना से जनवरी में कब कितनी मौत तारीख मौतों की संख्या 05 जनवरी 01 08 जनवरी 01 14 जनवरी 02 15 जनवरी 02 17 जनवरी 01 18 जनवरी 04 नोट : ये आंकड़े स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी किए गए हैं। मंगलवार को इनकी गई जान
1. गढ़ी गुजरान गांव निवासी 68 वर्षीय बुजुर्ग को 17 जनवरी को अचानक बेहोशी व मुंह में झाग की शिकायत को लेकर कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कालेज में दाखिल कराया गया था। जांच में वह कोरोना संक्रमित पाया गया। निमोनिया, क्रोनिक बीमारी व कोरोना संक्रमण के कारण 18 जनवरी को उसकी मौत हो गई।
2. स्टौंडी गांव निवासी 38 वर्षीय व्यक्ति को 15 जनवरी को उल्टी की शिकायत को लेकर अर्पणा अस्पताल में दाखिल कराया गया था। अचानक उसके कोमा में चले जाने के कारण अमृतधारा अस्पताल में दाखिल कराया गया। कोरोना की जांच के बाद उसे केसीजीएमसी रेफर कर दिया गया। शुगर, मेलिटस व अन्य कारणों से उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई।
3. घरौंडा के वार्ड नंबर सात निवासी 20 वर्षीय युवक को खांसी की शिकायत के चलते सीएचीस में दाखिल कराया गया था। यहां उसकी कोविड-19 की रिपोर्ट पाजिटिव पाई गई। आठ जनवरी से वह केसीजीएमसी में दाखिल था। उसे अस्थमा की भी शिकायत थी। उसे वेंटीलेटर पर रखा गया, लेकिन अचानक उसकी हृदय गति रूकने से मौत हो गई।
4. पुंडरक गांव निवासी 45 वर्षीय व्यक्ति को 15 जनवरी को बेहोशी व हांफने की शिकायत को लेकर केसीजीएमसी में दाखिल कराया गया था। इससे पहले उसका एक निजी अस्पताल मे इलाज चल रहा था, उसे टाइप टू डायबिटीज मेलिटस, क्रानिक पैन्क्रियाटाइटिस, क्रानिक लीवर और किडनी की बीमारी थी। उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई। लापरवाही न बरतें, नहीं तो गंभीर हो जाएगी स्थिति
सिविल सर्जन डा. योगेश शर्मा ने कहा कि कोरोना के प्रति लोग सावधानी बरतें अन्यथा स्थिति गंभीर हो जाएगी। उन्होंने जिलावासियों से अपील की कि वे कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन की दोनों डोज अवश्य लगवाएं। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस अभियान के तहत जिले के अंतिम व्यक्ति तक कोरोना वैक्सीनेशन लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिले में विभिन्न सीएचसी, पीएचसी, स्वास्थ्य केन्द्रों व मोबाईल वैन की टीम द्वारा कोरोना वैक्सीन की पहली तथा दूसरी डोज लगाई जा रही है। कोविड-19 के नियमों का सख्ती से पालन करें।