हरियाणा में खिलाड़ियों को कैश अवार्ड देने में बड़ी गड़बड़ी, खाते में डाल दी तिगुनी करोड़ोंं की राशि
हरियाणा में खेल एवं युवा कार्यक्रम विभाग ने वर्ष 2017-18 में कैश अवार्ड के लिए दावा करने वाले खिलाडिय़ों को निर्धारित से तीन गुना अधिक राशि दे दी।
जेएनएन, करनाल। यह गड़बड़झाला है या फिर अधिकारियों की लापरवाही। वर्ष 2017-18 कैश अवार्ड का दावा करने वाले छह खिलाड़ियोंं के खातों में पात्रता से तीन गुना अधिक राशि डाल दी गई। विभाग को भी एक साल बाद होश आया, जब पता चला कि उनकी राशि 1 करोड़ 46 लाख 25 हजार बनती थी, लेकिन उनके खाते में 4 करोड़ 36 लाख 87 हजार 500 रुपये का भुगतान किया गया है।
इन पुरस्कारों के वितरण को लेकर कमेटी सदस्यों पर अब कार्रवाई का खतरा मंडराने लगा है। सभी सदस्यों को नोटिस जारी कर करीब 2 करोड़ 98 लाख 12 हजार 500 रुपये की रिकवरी के लिए पत्र लिखा गया है। यह गड़बड़ी कैसे हुई, इस संबंध में स्पष्टीकरण भी मांगा है। गड़बड़ी के बाद कमेटी के सदस्यों के हाथ-पांव फूले हुए हैं। हालांकि खिलाड़ियों ने इस राशि के वितरण को नियमों के अनुसार सही बताया है।
वर्ष 2017-18 के राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर के पदक विजेता व प्रतिभागी खिलाड़ियों को नकद पुरुस्कार देने के संबंध में कमेटी गठित की गई थी। सूत्रों के अनुसार 12 सदस्यीय कमेटी सदस्यों में पंचकूला सहित जींद, यमुनानगर के प्रशिक्षक भी शामिल हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान लगी आचार संहिता के चलते राशि जारी नहीं की जा सकी थी, लेकिन बाद में विभाग की ओर से प्रदेश के खिलाड़ियों को कैश अवार्ड के तौर पर करोड़ों रुपये जारी किए गए।
जर्मनी में 22 से 29 जून-2017 में आइएसएसएफ जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिन में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों को भुगतान की गई राशि पर सवाल उठाया जा रहा है। इनमें अधिकतर खिलाड़ी ऐसे हैं, जिनके पास सरकारी नौकरी नहीं है और नकद पुरस्कार के आधार पर ही अपने खेल के अभ्यास को जारी रख पाते हैं। विभाग के अनुसार सही भुगतान लगभग 1.46 करोड़ रुपये बनता है।
गोल्ड विजेता को 30 लाख की जगह 1,12,50,000 रुपये का भुगतान
विभाग के अधिकारियों ने सवाल उठाया है कि आइएसएसएफ जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों को पात्रता से अधिक नकद पुरस्कार देने के बारे में कमेटी सदस्यों द्वारा सिफारिश की गई। गोल्ड विजेता को 30 लाख रुपये का भुगतान करना था, जबकि उसके खाते में 1,12,50,000 डाले गए हैं। इसी तरह, ब्रांज जीतने वाले खिलाड़ी को 15 लाख रुपये का भुगतान किया जाना था, जबकि 37,50,000 रुपये का भुगतान कर दिया गया।
वहीं, चैंपियनशिप में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ी को 3,75,000 हजार रुपये की राशि जारी करनी थी, लेकिन उसे 5,62,500 रुपये नकद पुरस्कार दे दिया गया। विशेष है कि उक्त छह खिलाड़ियों में एक खिलाड़ी ने दो गोल्ड और एक ब्रांज मेडल जीतने पर आवेदन किया था, जिसकी रिकवरी 1,87,50,000 रुपये दिखाई गई है।
इस विषय में अभी कार्रवाई बाकी : डॉ. फुलिया
खेल एवं युवा कार्यक्रम विभाग के निदेशक डॉ. एसएस फुलिया ने बताया कि खिलाडिय़ों के खातों में पात्रता से अधिक राशि डाले जाने पर कमेटी सदस्यों से जवाब मांगा गया है। जिला स्तर पर दस्तावेजों की स्क्रूटनी के बाद मुख्यालय में भी जांच की जाती है। किस स्तर पर गलती हुई है, फिलहाल इस पर अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी।