आरटीआइ लगाने पर ईटों से किया हमला
गांव झिमरी (जोली खेड़ा )की महिला सरपंच व परिवार सदस्यों द्वारा गांव के ही एक परिवार पर हमला करने का मामला सामने आया है। इस हमले में कई लोग घायल हो गए। जिनको जींद और असंध के सामान्य अस्पताल पहुंचाया गया। जींद के सामान्य अस्पताल में डॉक्टर ने गंभीर हालत को देखते हुए पीजीआइ रोहतक रेफर दिया।
संवाद सहयोगी, असंध : गांव झिमरी (जोली खेड़ा )की महिला सरपंच व परिवार सदस्यों द्वारा गांव के ही एक परिवार पर हमला करने का मामला सामने आया है। इस हमले में कई लोग घायल हो गए। जिनको जींद और असंध के सामान्य अस्पताल पहुंचाया गया। जींद के सामान्य अस्पताल में डॉक्टर ने गंभीर हालत को देखते हुए पीजीआइ रोहतक रेफर दिया। रोहतक से पीड़ित को पीजीआइ चंडीगड़ रेफर कर दिया गया। जहां उसका इलाज चल रहा है।
मनदीप वासी जोली खेड़ा ने बताया कि उसके चाचा दिलबाग ने मौके की सरपंच रेशमा से आरटीआइ एक्ट 2005 अधिनियम के तहत कुछ जानकारियां मागी थी। इसी बात को लेकर सरपंच पति अनिल कुमार ने कुछ दिनों पहले चाचा के साथ कहासुनी हुई थी। उन्होंने कहा था कि जो आरटीआइ लगाई है उसको वापस ले ले। इस पर दिलबाग ने कहा कि कुछ आशंका के चलते ही आनाकानी की जा रही और आज तक जवाब नहीं दिया है। इस पर अनिल व रेशामा आरटीआइ लगाने की रजिश मेरे चाचा दिलबाग से रखने लगे। इसी को लेकर दीवाली वाले दिन जब वह अपने चाचा दिलबाग व दूसरे चाचा के साथ मंदिर में दिए जलाने गए तो वापस लौटते समय टेक राम, सरपंच रेशमा, सतपाल उर्फ पाला व जिला राम, बिटू, पाले राम, शिमला सहित दर्जनों लोगों ने हथियार के साथ हमला कर दिया। इसके बाद वे कार से उतरे तो फिर ईंटे बरसा दी, जिसमें तीनों घायल हो गए। उसके चाचा को पहले जींद दाखिल कराया गया, जहां से उसे पीजीआइ रोहतक और वहां से पीजीआइ चंडीगढ़ भेज दिया गया जबकि दूसरा चाचा अभी भी असंध में उपचाराधीन है। थाना प्रभारी जगबीर सिंह ने बताया कि आरोपितों के खिलाफ शिकायत के आधार पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।