निगदू उप तहसील में किसानों से अधिक पैसे वसूलने पर बवाल
निगदू उपतहसील में भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी व क्षेत्र के लोगों ने कच्चे कर्मचारियों द्वारा लिखित से ज्यादा राशि वसूलने पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। भाकियू पदाधिकारियों ने बताया कि कंप्यूटर ऑपरेटर ने उनसे ज्यादा पैसे लिए हैं। नायब तहसीलदार ने ऑपरेटर से इसका कारण पूछा तो जवाब दिया कि उसके पास खुले पैसे नहीं थे।
संवाद सहयोगी, निगदू : निगदू उपतहसील में भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी व क्षेत्र के लोगों ने कच्चे कर्मचारियों द्वारा लिखित से ज्यादा राशि वसूलने पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। भाकियू पदाधिकारियों ने बताया कि कंप्यूटर ऑपरेटर ने उनसे ज्यादा पैसे लिए हैं। नायब तहसीलदार ने ऑपरेटर से इसका कारण पूछा तो जवाब दिया कि उसके पास खुले पैसे नहीं थे।
लोगों ने बताया कि पटवारियों ने अपने पास एक-एक व्यक्ति लगाया हुआ है जोकि उनसे पैसे मांगते हैं। 32 गांवों के लोगों को लूटा जा रहा है। किसानों ने आरोप लगाया कि निगदू उपतहसील में दलाल व अधिकारियों को मोटी राशि देने वालों के काम फटाफट किए जाते हैं। गांवों के लोग अपने बच्चों का स्कूल आदि में दाखिला करवाने के लिए हरियाणा निवासी प्रमाण-पत्र, जाति व आय प्रमाण पत्र के लिए खुद ही उपतहसील में रखे कागजों को ढूंढ रहे हैं। इस अवसर पर शीशपाल कारसा डोड, पुरुषोत्तम कोयर, श्यामलाल कारसा, प्रद्दुमन रमाना-रमानी, गुरदेव ¨सह साम्भी, रामपाल, पाला राम, सोहन लाल व रामकुमार मौजूद रहे।
किसानों को लूटा जा रहा
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश महासचिव भूरा राम पबनावा ने कहा कि निगदू उपतहसील में अधिकारियों व कर्मचारियों ने भ्रष्टाचार फैला रखा है। किसानों को लुटने नहीं देंगे। इसके लिए चाहे उन्हें प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन ही क्यों न करना पड़े।
5 मिनट कह बीता दिए 3 घंटे : मनजीत ¨सह
गांव रमाना-रमानी से आए मनजीत ¨सह ने बताया कि 20 दिनों से वह निगदू उपतहसील में वसीयत नाम करवाने के लिए चक्कर काट रहे हैं। 20 दिन के बाद सोमवार को उपतहसील में नायब तहसीलदार आए हैं, लेकिन वह भी 5 मिनट की कह कर पता नहीं कहां चले गए। तीन घंटे बीत गए हैं, लेकिन अभी तक नायब तहसीलदार नहीं आए।
जमाबंदी लेने को खा रहे धक्के : रामपाल
किसान रामपाल का कहना है कि जमाबंदी लेने के लिए कर्मचारी व अधिकारी कई दिनों से चक्कर कटा रहे हैं। काम-काज छोड़कर हर रोज तहसील में जमाबंदी के लिए आना पड़ रहा है। जमाबंदी के लिए मोटी राशि देने की मांग करते हैं। मजबूरी में पैसे देने पड़ते हैं।
निशानदेही के लिए फर्द नहीं मिल रही : दारा ¨सह
सीतामाई गांव निवासी दारा ¨सह ने बताया कि गांव में पंचायती जमीन की निशानदेही के लिए कभी पटवारी तो कभी कंप्यूटर ऑपरेटर के पास जाकर थक चुके हैं। निशानदेही के लिए अधिकारी के पास जाता हूं तो वह कंप्यूटर ऑपरेटर के पास जाने को कह देते हैं। ऑपरेटर नेटवर्क न होने का बहाना बना देता है।
लिखित से ज्यादा लिए पैसे : हिसम ¨सह
बड़थल गांव निवासी हिसम ¨सह ने बताया कि सोमवार को उन्होंने निगदू उप तहसील में से जमाबंदी की नकल ली। कंप्यूटर ऑपरेटर ने उनसे लिखित से ज्यादा पैसे लिए। जब उनसे बाकी पैसे मांगे तो कहा कि घर से खुले पैसे लेकर आया करो। पक्के ही नहीं कच्चे कर्मचारियों ने भी भ्रष्टाचार फैलाया हुआ है। वर्जन
निगदू उपतहसील में कंप्यूटर ऑपरेटर ने जिन व्यक्तियों से लिखित से ज्यादा पैसे लिए हैं, उनके बकाया पैसे दे दिए गए हैं। शुक्रवार को उपतहसील का चार्ज मिला था। सोमवार को ही निगदू उपतहसील में कार्यभार संभाला है। उपतहसील में भ्रष्टाचार नहीं रहेगा। आरोपितों पर कानूनी कारवाई करेंगे।
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