शहीदों को श्रद्धांजलि के लिए नेपाल तक दौड़ेंगे अमित
हरियाणा के 22 जिलों को 1182 किलोमीटर की दूरी को कदमों से मापकर शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि देने वाले कैमला गांव के अमित सोनी ने एक बार फिर दौड़ने का फैसला लिया है।
सुशील कौशिक, घरौंडा
हरियाणा के 22 जिलों को 1182 किलोमीटर की दूरी को कदमों से मापकर शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि देने वाले कैमला गांव के अमित सोनी ने एक बार फिर दौड़ने का फैसला लिया है। इस बार अमित की दौड़ नेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर पर समाप्त होगी। इस सफर को 13 दिन में पार करने का लक्ष्य रखा है, जिसके लिए वह 100 किलोमीटर प्रतिदिन दौड़ेंगे। अमित के साथ उनके दोस्त अशोक पाल भी साथ दौड़ लगाएंगे। पर्वतारोही अशोक पाल ने दुनिया की सात ऊंची चोटियों को फतेह करने का लक्ष्य बनाया है। लगभग 1240 किलोमीटर का यह सफर अमित दौड़कर पूरा करेंगे। उनकी यह यात्रा मार्च के दूसरे सप्ताह में शुरू होगी। दौड़कर पुलवामा के शहीदों को श्रद्धांजलि
शहीद-ए-आजम भगत सिंह के जन्मदिन पर प्रण लेते हुए अमित ने बताया कि उनकी यह दौड़ घरौंडा के गांव डिगर माजरा से शुरू होकर नेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर पर समाप्त होगी। बीते 23 मार्च माह में हरियाणा के 1182 किलोमीटर की दूरी को उन्होंने 23 दिनों में तय किया था। उन्होंने प्रतिदिन 50 किलोमीटर की दौड़ लगाई। अमित सोनी का कहना है कि शहीद-ए-आजम भगत सिंह जैसे शहीदों को आज तक भी शहीद का दर्जा नहीं दिया गया। जिन शहीदों ने देश को गुलामी की बेड़ियों से मुक्त करवाया उन्हीं को शहीद का दर्जा दिलवाने के लिए वे दौड़ रहे हैं। इस बार भारत और नेपाल की दूरी को मापेंगे। इस संबंध में उन्होंने तैयारी शुरू कर दी है और रूट प्लान के लिए वह नेपाल के सफर पर जा रहे हैं। अमित का कहना है कि हमें अपने शहीदों की कुर्बानियों को कभी नहीं भुलाना चाहिए।