ऑप्टिकल फाइबर से लैस सभी गांवों में होंगी वाईफाई चौपाल
जागरण संवाददाता करनाल डिजिटल इंडिया के तहत अब गांव में भी लोगों को वाइफाइ की सुविधा मिलेगी। करनाल में बीएसएनएल भारत ब्रॉडबैंड निगम लिमिटेड द्वारा ऑप्टिकल फाइबर केबल के माध्यम से इंटरनेट की सुविधा मिलेगी। इसके लिए पंचायत स्तर पर कॉमन सर्विस सेंटर को जिम्मेदारी दी जाएगी। जिससे जिला की सभी पंचायतों में डिजिटल इंडिया के तहत वाइफाइ ग्राम का सपना जल्द साकार हो जाएगा। वाइफाइ ग्राम चौपाल से दूर-देहातों में रहने वाले लोगों को वैज्ञानिक खोजों किसानों को कृषि संबंधी जानकारी छात्रों को एजुकेशन एवं देश-विदेश में हो रही गतिविधियां संबंधी जानकारी मिल सकेगी। जिले की सभी 3
जागरण संवाददाता, करनाल : डिजिटल इंडिया के तहत अब गांव में भी लोगों को वाईफाई की सुविधा मिलेगी। करनाल में बीएसएनएल भारत ब्रॉडबैंड निगम लिमिटेड द्वारा ऑप्टिकल फाइबर केबल के माध्यम से इंटरनेट की सुविधा मिलेगी। इसके लिए पंचायत स्तर पर कॉमन सर्विस सेंटर को जिम्मेदारी दी जाएगी। इससे जिले की सभी पंचायतों में डिजिटल इंडिया के तहत वाईफाई ग्राम का सपना जल्द साकार हो जाएगा। वाइफाइ ग्राम चौपाल से दूर-देहातों में रहने वाले लोगों को वैज्ञानिक खोजों, किसानों को कृषि संबंधी जानकारी, छात्रों को एजुकेशन एवं देश-विदेश में हो रही गतिविधियां संबंधी जानकारी मिल सकेगी। जिले की सभी 383 ग्राम पंचायतों को जुलाई के अंत तक वाईफाई ग्राम पंचायत घोषित कर दिया जाएगा। अभी यह प्रक्रिया जिला के 150 ग्राम पंचायतों में सुचारू रूप से चली हुई है। यह जानकारी सीएससी के जिला प्रबंधक अंकुश बग्गा व विनोद कुमार ने दी। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा हर गांव में वाईफाई की सुविधा पहुंचाने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए सीएससी बीबीएनएल के साथ मिलकर लोगों को अपने ही ग्राम पंचायत में सभी तरह की सुविधा उपलब्ध कराएगी, जिससे लोगों का जीवन स्तर ऊंचा होगा। हर पंचायत में बनेगा हॉट स्पॉट
सीएससी के जिला प्रबंधक ने बताया कि डिजिटल इंडिया के तहत अब लगभग हर तरह की सेवाएं ऑनलाइन हो गई हैं। छात्रों को नौकरी के लिए फार्म भरना हो, ग्रामीणों को राशन कार्ड बनवाना हो, रसोई गैस बुक करवाना हो या इसी प्रकार की अन्य सेवाएं लोग अपने मोबाइल या लैपटॉप से हासिल कर सकते हैं। चूंकि इस दौर में हर युवा के हाथ में मोबाइल पहुंच गया है। इसलिए भारत सरकार अब गांव-गांव में वाईफाई सुविधा देने जा रही है। इसके लिए पंचायतों में हॉट-स्पॉट बनाए जाएंगे।