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उच्चाधिकारियों के आश्वासन के बाद पोस्टमार्टम को राजी हुए परिजन

लबकरी में आत्महत्या मामले में आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर स्थिति तनावपूर्ण रही। अधिकारियों के आश्वासन के बाद 34 घंटे बाद मृतक विक्रम (32 वर्ष) के परिजन दोपहर बाद पोस्टमार्टम के लिए राजी हुए।

By JagranEdited By: Published: Tue, 09 Jul 2019 09:20 AM (IST)Updated: Tue, 09 Jul 2019 09:20 AM (IST)
उच्चाधिकारियों के आश्वासन के बाद पोस्टमार्टम को राजी हुए परिजन
उच्चाधिकारियों के आश्वासन के बाद पोस्टमार्टम को राजी हुए परिजन

संवाद सूत्र, गढ़ी बीरबल : गांव लबकरी में आत्महत्या मामले में आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर स्थिति तनावपूर्ण रही। अधिकारियों के आश्वासन के बाद 34 घंटे बाद मृतक विक्रम (32 वर्ष) के परिजन दोपहर बाद पोस्टमार्टम के लिए राजी हुए। इस दौरान गांव में पुलिस तैनात रही। परिजनों का आरोप था कि आरोपितों को पुलिस सुरक्षित कर रही है।

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बता दें कि विक्रम उर्फ विक्की का शव नए बन रहे घर की चौखट पर लटका मिला था। मृतक के भाई प्रमोद कुमार की शिकायत पर पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, लेकिन गिरफ्तारी की मांग को लेकर ग्रामीणों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से इन्कार कर दिया था।

घटना के बाद से तनावपूर्ण स्थिति

घटना के बाद से ही स्थिति को भांपते हुए गांव में पुलिस तैनात कर दी गई थी। जब हालत बिगड़ते चले गए तो इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को दी गई। इस संबंध में सोमवार को सुरक्षा बढ़ा दी गई और तहसीलदार इंद्री दर्पण कांबोज, नायब तहसीलदार, एसएचओ सुरेंद्र सिंह ने आरोपितों की जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन दिया। आश्वासन के बावजूद मृतक के परिजन अपनी मांग पर अड़े रहे, जिसके चलते दोपहर दो बजे शव पुलिस को सौंपा गया। पुलिस सुरक्षा में शव के साथ परिवार के सदस्य भी पोस्टमार्टम के लिए करनाल कल्पना चावला मेडिकल के लिए रवाना हुए।

पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज

मृतक विक्रम के भाई प्रमोद कुमार की शिकायत पर पांच आरोपितों लबकरी गांव में रहने वाले दीनानाथ, टीकाराम, कर्ण सिंह, बलिद्र, प्रदीप उर्फ बंटी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इस संबंध में रविवार को डीएसपी रणधीर सिंह ने परिजनों को कार्रवाई का आश्वासन दिया, बावजूद परिजन कार्रवाई पर अड़े रहे। पीड़ित प्रमोद कुमार का आरोप है कि पांचों आरोपितों ने उसके भाई विक्रम से धोखाधड़ी कर लाखों रुपये हड़पने, राजीनामा करने के लिए दबाव बनाने और अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी दी। प्रमोद का आरोप है कि आरोपितों के खिलाफ 16 जनवरी को इंद्री थाना में मामला भी दर्ज करवाया गया था और आरोपित लगातार भाई पर राजीनामा के लिए दबाव बना रहे थे। इसके अलावा, आरोपितों ने भाई विक्रम को नशा देकर राजीनामा के लिए शपथ पत्र भी लिए हुए हैं। पुलिस दे रही दबिश : सुरेंद्र सिंह

एसएचओ सुरेंद्र सिंह का कहना है कि परिजनों की शिकायत पर पांचों आरोपितों के खिलाफ रविवार को ही मामला दर्ज कर लिया था। आरोपितों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा, जिसके लिए पुलिस की टीमें दबिश दे रही हैं। सुरक्षा के लिहाज से गांव में पुलिस तैनात की गई है।


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