डीसी के आश्वासन के बाद भी साइबर अपराधियों पर कार्रवाई नहीं, सुरक्षा को लेकर फिर सड़कों पर उतरीं महिलाएं
जागरण संवाददाता करनाल महिलाओं के साथ हो रहे साइबर अपराध थम नहीं रहे हैं जिसके च
जागरण संवाददाता, करनाल : महिलाओं के साथ हो रहे साइबर अपराध थम नहीं रहे हैं, जिसके चलते वे खुद को असुरक्षित महसूस करने लगी हैं। आरोपितों पर पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। ऐसे में अपनी सुरक्षा को लेकर 24 अगस्त को सड़कों पर उतरी महिलाओं को एक बार फिर आवाज उठानी पड़ी।
डीसी निशांत यादव व एसडीएम आयुष सिन्हा के आश्वासन के बावजूद कोई कार्रवाई न होने से खफा दर्जनों महिलाएं वीरवार को सड़कों पर उतरीं। उन्होंने जिला सचिवालय पहुंचकर जमकर प्रदर्शन किया तो और भी कड़ा आंदोलन चलाने की चेतावनी दी।
रानी कंबोज व सोनिया तंवर के नेतृत्व में दर्जनों महिलाएं जिला सचिवालय के बाहर एकत्रित हुई। जिसके बाद नारेबाजी करते हुए सचिवालय में प्रवेश करने लगी तो गेट पर ही पुलिस ने रोक दिया। दोनों ओर से गहमागहमी बढ़ने लगी तो मौके पर डीएसपी जगदीप दून पहुंचे और उन्होंने भरोसा दिया कि उनकी समस्या का समाधान किया जाएगा। महिलाओं ने कहा कि सोशल मीडिया द्वारा महिलाओं के साथ अभद्र भाषा प्रयोग की जा रही है तो वहीं उन्हें गाली-गलौज तक दी जाती है। अश्लील बातें करने का प्रयास किया जाता है। ऐसे आधा दर्जन से भी अधिक मामले हैं, जो करीब छह माह से पुलिस के पास लंबित है और पुलिस आरोपितों पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं कर पाई है। वे मजबूरी के चलते 24 अगस्त को भी सड़कों पर उतरी थीं, जिस पर डीसी निशांत यादव ने भी उन्हें कार्रवाई का भरोसा दिया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।
इस पर डीएसपी जगदीप दून ने दो मामलों में जांच अधिकारियों को मौके पर ही बुलाया और तीन दिन में कार्रवाई रिपोर्ट देने को कहा। डीएसपी ने महिलाओं को भरोसा दिया कि दोनों मामलों में जांच की जाएगी और पुलिस कर्मी दोषी पाए गए तो उन्हें सस्पेंड किया जाएगा। वहीं डीएसपी ने अन्य मामलों में भी जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया।इस मौके पर सपना राणा, सुनीता ढांडा,कविता दत, सीमा भारद्वाज, रशीदा, सरोज बाला, सुमन डाबरा आदि मौजूद थे।