अधूरी प्ला¨नग से चौपट होती सफाई व्यवस्था
जागरण संवाददाता, करनाल अधूरी प्ला¨नग से सफाई व्यवस्था चौपट होती जा रही है। कचरे के डं
जागरण संवाददाता, करनाल
अधूरी प्ला¨नग से सफाई व्यवस्था चौपट होती जा रही है। कचरे के डं¨पग प्वाइंट भी सफाई कर्मचारियों की पहुंच से दूर बना दिए हैं। सफाई से ज्यादा ¨चता कर्मचारियों को कचरे को डं¨पग प्वाइंट तक पहुंचाने में होती है। कर्मचारी एक जगह पर जाकर कूड़ा डाल भी देने पहुंच जाते हैं तो वहां पर उसके उठान के लिए ट्रॉली नहीं होती। लिहाजा कचरे के ढेर शहर में जगह जगह दिखाई देते हैं। इस व्यवस्था को सुधारने के लिए नगर निगम प्रशासन सख्त कदम उठाने की बात कह रहा है, लेकिन इसका नतीजा अभी तक सामने नहीं आया है। सफाई व्यवस्था को दुरुस्त समय पर करना एक बड़ी चुनौती इसलिए भी है कि करनाल स्वच्छ सर्वेक्षण की परीक्षा से होकर गुजरने वाला है।
कूड़ा ढोने में लग रही ज्यादा मेहनत
शहर में सफाई कर्मचारियों को ज्यादा मेहनत कूड़ा ढोने में करनी पड़ रही है। उदाहरण के तौर पर हांसी रोड क्षेत्र के सफाई कर्मचारियों को करीब तीन किलोमीटर का सफर तय करके रामलीला मैदान तक आना पड़ता है। शिव कॉलोनी सहित लाइनपार क्षेत्र के सफाई कर्मचारियों को काछवा नहर पुल के पार बनाए डं¨पग यार्ड तक जाना पड़ता है। शिव कॉलोनी के आखिरी सिरे और इसके पास बनी कालोनियों के सफाई कर्मचारी काछवा नहर पुल तक जाते हैं तो यह रास्ता करीब तीन से चार किलोमीटर तक पड़ जाता है। ऐसे में जाहिर है कि कर्मचारियों की मेहनत का सही दिशा में इस्तेमाल नहीं हो रहा है। उन्हें नजदीक ही डं¨पग यार्ड मिले तो वह ज्यादा समय तक सफाई में लगा सकते हैं। तय प्वाइंट पर नहीं आती ट्रॉली
सफाई कर्मचारियों का कहना है कि प्रत्येक बीट पर कूड़ा ले जाने के लिए ट्राली आनी चाहिए। सफाई कर्मचारी कूड़ा लेकर प्वाइंट पर पहुंच जाते हैं, लेकिन वहां पर ट्राली नहीं आती तो वह मजबूरी में वहीं कूड़ा डालकर आ जाते हैं। हांसी रोड क्षेत्र की सफाई कर्मचारी शारदा, सुनीता, संतोष और आशा का कहना है कि डं¨पग यार्ड दूर होने की वजह से सफाई कर्मचारियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। यही कार्य यदि प्ला¨नग के साथ हो तो इसका सीधा असर शहर की सफाई व्यवस्था पर दिखाई देगा। डं¨पग यार्ड नजदीक बनाए जाने चाहिए तो साथ ही कचरे के उठान का बंदोबस्त भी पूरी प्ला¨नग के साथ होना चाहिए। वर्जन
नगर निगम के आयुक्त राजीव मेहता ने कहा कि शहर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए दिशा निर्देश ठेकेदारों को जारी कर दिए गए हैं। धीरे धीरे व्यवस्था में सुधार किया जा रहा है।