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बॉ¨क्सग में गोल्डन पंच लगाने वाली कोमल का हुआ भव्य स्वागत

¨हदू कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की छात्रा कोमल ने अंतरराष्ट्रीय महिला बॉ¨क्सग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता है। छात्रा की इस उपलब्धि पर स्कूल प्रबंधक समिति, प्रधानाचार्या व स्टाफ सदस्यों ने बधाई दी। मंगलवार को छात्र को खुली जीप में शहर की विभिन्न चौकों से लाते हुए स्कूल में समारोह आयोजित किया। जहां प्रबंधक समिति की तरफ से प्रधान पीयूष चौधरी, सुनील चौधरी, भूपेंद्र ¨सह, सुमेर चंद, अमित ने स्वागत कर सम्मानित किया। समिति के सदस्य सुमेरचंद ने 11 हजार रुपये इनाम के रूप में देते हुए हौसला बढ़ाया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Sep 2018 11:32 PM (IST)Updated: Tue, 18 Sep 2018 11:32 PM (IST)
बॉ¨क्सग में गोल्डन पंच लगाने वाली  कोमल का हुआ भव्य स्वागत
बॉ¨क्सग में गोल्डन पंच लगाने वाली कोमल का हुआ भव्य स्वागत

जागरण संवाददाता, कैथल :

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¨हदू कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की छात्रा कोमल ने अंतरराष्ट्रीय महिला बॉ¨क्सग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता है। छात्रा की इस उपलब्धि पर स्कूल प्रबंधक समिति, प्रधानाचार्या व स्टाफ सदस्यों ने बधाई दी। मंगलवार को छात्र को खुली जीप में शहर की विभिन्न चौकों से लाते हुए स्कूल में समारोह आयोजित किया। जहां प्रबंधक समिति की तरफ से प्रधान पीयूष चौधरी, सुनील चौधरी, भूपेंद्र ¨सह, सुमेर चंद, अमित ने स्वागत कर सम्मानित किया। समिति के सदस्य सुमेरचंद ने 11 हजार रुपये इनाम के रूप में देते हुए हौसला बढ़ाया। बॉक्सर कोमल के कोच सरदार राजेंद्र ¨सह, विक्रम ढुल, गुरमीत ¨सह को भी सम्मानित किया। प्रधानाचार्या ने कहा कि विद्यालय में शिक्षा के साथ-साथ खेलों के लिए भी प्रेरित किया जाता है। यहीं कारण है कि विद्यालय की लड़कियां विभिन्न खेलों में बेहतर प्रदर्शन कर रही हैं।

गोल्डन पंच लगाने वाली कोमल को स्कूल की छात्राएं हनुमान वाटिका से खुशी मनाते हुए स्कूल पहुंची। गोल्ड मेडलिस्ट बॉक्सर कोमल ने बताया कि इस उपलब्धि पर वह काफी उत्साहित है। उसकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं है। वे इसका श्रेय स्कूल प्रबंधक समिति, प्रधानाचार्या, स्टाफ, परिवार व अपने खेल प्रशिक्षकों को देती है।

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दादा कराते हैं अभ्यास

कोमल के दादा कर्मवीर भाल ने बताया कि वह हर रोज सुबह उठाकर अपनी पोती से रेस लगवाते हैं और उसके बाद बॉ¨क्सग के मैदान में भेज देते हैं। उन्होंने बेटा और बेटी में कभी फर्क नहीं समझा। उनकी तीन पोतियां हैं तीनों ही बॉ¨क्सग खेलती। कोमल ने बताया कि उनका अगला लक्ष्य एशियन गेम्स और ओलंपिक रहेगा। कोच गुरमीत ¨सह ने कोमल को बॉ¨क्सग सिखानी शुरू की और पहले साल से ही परिणाम आसने शुर हो गए। कोमल ने 7 मैडल स्टेट में और 3 मैडल नेशनल में जीते लगभग 3 साल के प्रयास के बाद कोमल पाल ने पोलैंड में हुई प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल ला कर यह सिद्ध कर दिया है कि अगर देश की बेटियां कुछ करना चाहे तो उनको आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता

प्रबंधक समिति ने 12वीं कक्षा तक शिक्षा की फ्री

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स्कूल प्रधानाचार्या मोनिका कौशिक ने बताया कि यह स्कूल के लिए बड़ी उपलब्धि है। प्रबंधक समिति की तरफ से इस छात्रा की पूरी शिक्षा 12वीं कक्षा तक फ्री की गई है। अब यह छात्रा 11वीं कक्षा में पढ़ रही है। सातवीं कक्षा में स्कूल के अंदर प्रवेश किया था। वर्ष 2015 में बा¨क्सग की शुरूआत की। अगले साल ही 2016 में स्टेट लेवल पर चयन हो गया, अपने इस चयन को सही साबित करते हुए कोमल ने गोल्डन पंच लगाया। इसके बाद नेशनल में सिल्वर मेडल जीता। स्टेट में हर बार इस छात्रा ने गोल्डन पंच लगाया। समिति की तरफ से छात्रा को एक हजार रुपये छात्रवृत्ति दी जा रही है।


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