वेबसाइट बंद, सेंटर से बीएलओ रहे नदारद, वापस लौटे परिवार
सरकार की ओर से अध्यापकों को दिए गए परिवार पहचान पत्र बनाने के कार्य के पांचवें दिन भी वेबसाइट नहीं चल पाई। इस कारण यहां पर प्रमाण पत्र बनवाने के लिए पहुंचने वाले लोगों को परेशानियां झेलनी पड़ी। वेबसाइट के नहीं चलने पर सभी बीएलओ सेंटर से ही नदारद रहे
जागरण संवाददाता, कैथल : सरकार की ओर से अध्यापकों को दिए गए परिवार पहचान पत्र बनाने के कार्य के पांचवें दिन भी वेबसाइट नहीं चल पाई। इस कारण यहां पर प्रमाण पत्र बनवाने के लिए पहुंचने वाले लोगों को परेशानियां झेलनी पड़ी। वेबसाइट के नहीं चलने पर सभी बीएलओ सेंटर से ही नदारद रहे। ऐसे में यहां प्रमाण पत्र बनवाने के लिए पहुंचने वाले लोग बिना प्रमाण पत्र बनवाए ही लौट गए। दैनिक जागरण की टीम ने कई स्कूलों का दौरा कर हालात की जानकारी ली। स्कूलों में बीएलओ नहीं मिले। दोपहर 12 बजे सबसे पहले जाखौली अड्डा स्थित राजकीय कन्या स्कूल में पहुंचे। यहां पर अध्यापक तो मौजूद थे, लेकिन वेबसाइट नहीं चल रही थी। यहां पर मौजूद अध्यापकों का कहना था कि वह तो अपना कार्य करने के लिए यहां आए है, लेकिन वेबसाइट नहीं चल रही। जिस कारण प्रमाण पत्र बनाने का कार्य काफी प्रभावित हो रहा है।
इसके बाद गीता भवन के समीप स्थित राजकीय कन्या स्कूल में पहुंचे तो यहां पर एक भी बीएलओ मौजूद नहीं था। यहां पर कुछ लोग प्रमाण पत्र बनवाने के लिए तो पहुंचे। उन्हें कोई बीएलओ नहीं मिला। परिवार पहचान पत्र बनवाने पहुंचे राजीव कुमार ने बताया कि वह दोपहर करीब सवा 12 बजे यहां पर पहुंचा था। साइट बंद पड़ी रही और कोई भी बीएलओ नहीं होने के कारण प्रमाण पत्र नहीं बन पाया।
कमेटी चौक पर स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल में भी एक भी बीएलओ मौजूद नहीं था। यहां पर मौजूद चौकीदार से जानकारी ली गई तो उसका कहना था कि मास्टर जी तो सुबह आकर वापस चले गए। यहां पर लोग प्रमाण पत्र बनवाने के लिए तो पहुंचे थे, लेकिन तकनीकी कारण के कारण कार्य हो नहीं पा रहा था। इसलिए वह वापस लौट गए।
स्कूलों में मौजूद नहीं थे बीएलओ
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी दलीप सिंह ने बताया कि शनिवार को परिवार पहचान पत्र बनाने को लेकर वेबसाइट न चलने के कारण बीएलओ स्कूलों में नहीं थे। तकनीकी खामी के कारण वह वापस लौट गए हैं, लेकिन जहां कार्य हो रहा था, वहां प्रमाण पत्र बनाए भी जा रहे थे।