मुफ्त में चाहते थे किराये पर रहने वाले आशियाना, पैसे मांगे तो सिर्फ 22 ने कराए जमा
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लोग मुफ्त में अपना मकान मिलने की उम्मीद लगाए बैठे थे। सरकार ने हाउ¨सग बोर्ड के साथ इनको सिर पर छत देने की योजना बनाई।
जागरण संवाददाता, कैथल : प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लोग मुफ्त में अपना मकान मिलने की उम्मीद लगाए बैठे थे। सरकार ने हाउ¨सग बोर्ड के साथ इनको सिर पर छत देने की योजना बनाई। इसके लिए लोगों से आवेदन फार्म के साथ 50 हजार रुपये मांग लिए गए। जैसे ही पैसे मांगे तो 5339 गरीब परिवारों में 5327 ने योजना का लाभ लेने से इन्कार कर दिया।
बता दें कि सरकार ने बीपीएल और आर्थिक रूप से पिछड़े किराये के मकान में रहने वाले लोगों को अपना मकान देने के लिए 25 जुलाई, 2017 तक आवास योजना के पोर्टल पर आवेदन मांगे थे। कैथल में पांच हजार से ज्यादा लोगों ने आवेदन किए थे, लेकिन उस समय मकान पैसे में दिए जाएंगे और कहां दिए जाएंगे ऐसी कोई जानकारी नहीं दी गई थी।
अधिकारियों और सरकार को कोसा
अक्टूबर में सरकार ने पूरे प्रदेश में किराये पर रहने वाले लोगों को मकान देने के लिए इकट्ठा किया, लेकिन जब पता चला कि आवेदन के साथ 50 हजार रुपये का डिमांड ड्राफ्ट देना है तो भीड़ भड़क गई, क्योंकि सभी मुफ्त में मकान लेने के लिए जमा हुआ थे। उन्होंने सरकार और अधिकारियों को जमकर कोसा। यहां तक कि कर्मचारियों के साथ हाथापाई तक हुई थी।
खस्ताहाल हो रहे कैथल में बने 570 फ्लैट
कैथल में गुलमोहर सिटी और सनसिटी में योजना के तहत 570 फ्लैट तैयार पड़े हैं, लेकिन इनको को खरीदार नहीं मिला। जिन 22 लोगों ने फ्लैट लिए हैं, वे भी खुद कहीं और रहते हैं। उन्होंने फ्लैट को किराये पर दे दिया है। इन फ्लैट के अंदर बाहर गंदगी पसरी है। अगर कुछ दिनों तक इन फ्लैटों को खरीदार नहीं मिला तो ये जर्जर हो जाएंगे। ये फ्लैट 35 गज में बनाए गए हैं, जिसमें एक कमरा, बाथरूम, हाल और स्टोर है। बॉक्स
दोबारा मिलेगा फ्लैट लेने का मौका
पहले 31 नवंबर तक फ्लैट देने के लिए आवेदन और 50 हजार का डिमांड ड्राफ्ट मांग गया था, लेकिन लोगों रुचि नहीं दिखाई थी। अब प्रशासन फिर से इन फ्लैटों के लिए आवेदन मांगने जा रहा है। बाक्स-
एडीसी सतबीर ¨सह कुंडू ने कहा कि पूरे प्रदेश में यही स्थिति है। जल्द ही अधिकारियों की बैठक लेकर बचे हुए फ्लैट को भी योजना के पात्र लोगों को देने का कार्य किया जाएगा।