बिजली के बिलों में बढ़ोतरी पर ग्रामीणों का गुस्सा फूटा
भारतीय किसान संघ के बैनर तले गांव मोहना के ग्रामीणों ने बिजली के बिल ज्यादा आने के विरोध में बिजली निगम के कार्यकर्ता अभियंता कार्यालय पर प्रदर्शन किया।
संवाद सहयोगी, पूंडरी :
भारतीय किसान संघ के बैनर तले गांव मोहना के ग्रामीणों ने बिजली के बिल ज्यादा आने के विरोध में बिजली निगम के कार्यकर्ता अभियंता कार्यालय पर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों की मांग रखते हुए भाकिसं के प्रदेश प्रवक्ता रणदीप आर्य फरल व युवा प्रदेश प्रांत प्रमुख गुलतान सिंह नैन ने बताया कि बिजली के बिलों में बेतहाशा वृद्धि से ग्रामीणों में डर का माहौल पैदा हो चुका है। ग्रामीणों के पूरे महीने के खर्च के बराबर बिजली के बिल आ रहे है, ऐसे में या तो ग्रामीण बिजली का बिल भर ले या दाल रोटी का जुगाड़ कर ले। उन्होंने कहा कि ये केवल मोहना के ग्रामीणों की समस्या नहीं बल्कि प्रत्येक गांव के लोगों की समस्या है। बिजली निगम ने घरों के बाहर तो मीटर लगा दिए, लेकिन ये मीटर न सिर्फ तेज चल रहे, निगम द्वारा जो मीटर रीडर लगाए गए है, वे मीटरों की बिना रीडिग लिये ही अपने अंदाजे से रीडिग लिख देते है। उन्होंने कहा कि विभाग ने इस वर्ष जो मीटर खरीदे है, ये खराब है इसलिए इन्हें तुरंत प्रभाव से बदला जाये। इसके अलावा जिन ग्रामीणों के बिल ज्यादा आये हुए है, उन्हें तुरंत प्रभाव से ठीक किया जाए। रणदीप आर्य ने कहा कि जिन ग्रामीणों के घर में बिजली के नाममात्र उपकरण है, उनके घर का बिल भी दस हजार से ज्यादा आये हुए है। ऐसे में ये सवाल उठना लाजमी है कि मीटरों में सब कुछ ठीक नहीं है। उन्होंने बताया कि जिले सिंह जिसने 29 सितंबर को 2 हजार 464 का बिल भरा वहीं उसका अबकी बार का बिल 11 हजार 214 रुपये आया है वहीं बूटा सिंह जिसने 24 सितंबर को 4838 का बिल भरा वहीं इस बार उसका बिल 13 हजार 269 आया है। ऐसे दो नहीं कई उदाहरण है। उन्होंने कहा कि खेतों में काम करने वाले किसान जिनकी फसलें पहले से कर्ज के बोझ तले दबी हुई है, वे इतने बिलों का भुगतान कैसे करेंगे।