केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह बोले- मैं जाट नेता नहीं, केवल उनकी मांगों का समर्थक
केंद्रीय इस्पात मंत्री बीरेंद्र सिंह ने कहा कि वह जाट नेता नहीं हैं, केवल जाटों की आरक्षण की मांग का समर्थन करते हैं, जो उन्हें जाट नेता कहते हैं वे गलत हैं।
जेएनएन, कैथल। केंद्रीय इस्पात मंत्री बीरेंद्र सिंह ने कहा कि वह जाट नेता नहीं हैं, केवल जाटों की आरक्षण की मांग का समर्थन करते हैं, जो उन्हें जाट नेता कहते हैं वे गलत हैं। नेता कभी किसी एक जाति का नहीं होता। आरक्षण मांगना जाटों का हक और अपने हकों की लड़ाई सभी लड़ते हैं।
केंद्रीय मंत्री कोयल पर्यटन केंद्र में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने इसके बाद 9 अक्टूबर को रोहतक के गढ़ी सांपला में होने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम को लेकर पंचायत भवन में कार्यकर्ताओं की बैठक ली।
उन्होंने कहा कि शहीद सैनिकों पर मेरे बयान को तोड़ मरोड़ कर दिखाया गया है। मैंने कहा था कि हमारे सैनिक शहीद होने के मामले में आगे हैं। पहले शहीद के परिवार को 20 लाख रुपये ही मिलते थे। भाजपा ने राशि को बढ़ाकर 50 लाख रुपये कर दिया है। मेरा बस चले तो वे शहीद के परिवार को एक करोड़ दे दूं। दिल्ली में किसानों पर हुए लाठीचार्ज पर बोले कि किसान अपने हकों की लड़ाई लड़े रहे हैं, यह उनका अधिकार है। वहां जवान व किसान आमने-सामने होने जैसी कोई बात नहीं हुई है। कानून व्यवस्था बनाए रखना भी जरूरी होता है।
किसानों के लिए सोचने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 70 वर्षों के इतिहास में किसी भी प्रधानमंत्री ने किसानों के बारे में नहीं सोचा। नरेंद्र मोदी ही ऐसे पहले प्रधानमंत्री हैं जो किसानों की आय दोगुनी करना चाहते हैं। किसानों को आज फसलों के उचित मूल्य दिए जा रहे हैं। रोहतक में किसानों के मसीहा सर छोटू राम की प्रतिमा का अनावरण करने स्वयं प्रधानमंत्री आ रहे हैं। इस दौरान करीब दो लाख लोग पहुंचने की उम्मीद है। कार्यक्रम भाजपा का न होकर सभी का होगा। सभी पार्टी के नेताओं को बुलाया जाएगा।