15 दिन बाद डाला गया डं¨पग प्लांट पर कचरा
खुराना रोड स्थित कचरा डं¨पग प्लांट पर 15 दिन बाद शहर का कचरा डालने का काम शुरू हुआ। शहर में कचरा डालने के लिए कोई जगह नहीं बची थी। जहां भी कचरा डाला जाता वहां से लोग विरोध करना शुरू कर देते। बृहस्पतिवार को दोपहर के समय नप कर्मचारी कचरे से भरे हुए वाहन लेकर कचरा प्लांट पहुंचे। कचरा डालने का काम शुरू करते ही किसान यूनियन के कुछ सदस्य मौके पर आ गए। किसान कर्मचारियों को कचरा डालने से रोकते रहे, लेकिन कर्मचारी नहीं माने। कर्मचारियों ने किसानों से कहा कि डीसी के आदेशों पर ही यहां कचरा डाला जा रहा है। किसानों के विरोध के बाद कचरा डाल दिया गया। 15 दिनों से शहर का रोजाना उठने वाला करीब 60 टन कचरा यहां वहां डाला जा रहा था। कुछ दिन चंदाना ड्रेन पर डाला गया जहां ग्रामीणों के विरोध करने के बाद बंद कर दिया गया। कुछ दिन शहर का कचरा पाडला रोड स्थित ड्रेन पर डाला गया।
जागरण संवाददाता, कैथल : खुराना रोड स्थित कचरा डं¨पग प्लांट पर 15 दिन बाद शहर का कचरा डालने का काम शुरू हुआ। शहर में कचरा डालने के लिए कोई जगह नहीं बची थी। जहां भी कचरा डाला जाता वहां से लोग विरोध करना शुरू कर देते। बृहस्पतिवार को दोपहर के समय नप कर्मचारी कचरे से भरे हुए वाहन लेकर कचरा प्लांट पहुंचे। कचरा डालने का काम शुरू करते ही किसान यूनियन के कुछ सदस्य मौके पर आ गए। किसान कर्मचारियों को कचरा डालने से रोकते रहे, लेकिन कर्मचारी नहीं माने। कर्मचारियों ने किसानों से कहा कि डीसी के आदेशों पर ही यहां कचरा डाला जा रहा है। किसानों के विरोध के बाद कचरा डाल दिया गया। 15 दिनों से शहर का रोजाना उठने वाला करीब 60 टन कचरा यहां वहां डाला जा रहा था। कुछ दिन चंदाना ड्रेन पर डाला गया जहां ग्रामीणों के विरोध करने के बाद बंद कर दिया गया। कुछ दिन शहर का कचरा पाडला रोड स्थित ड्रेन पर डाला गया। प्लांट पर कचरा समतल कर दिया गया है। करीब 20 फीट गहरा गड्ढा प्लांट के बीच खोदा जा रहा है ताकि कचरे की समस्या ज्यादा ना रहे।
बॉक्स
आज पंचायत करेंगे किसान
किसान सुखपाल ने बताया कि कर्मचारियों ने विरोध के बाद भी कचरा डालना शुरू कर दिया है। शुक्रवार को किसानों की पंचायत बुलाई जाएगी। पंचायत के बाद डीसी धर्मवीर से मिला जाएगा ताकि समस्या का समाधान हो सके। उनकी मांग कचरा प्लांट को दूसरी जगह शिफ्ट करवाना है। कचरे को समतल तो किया गया है, लेकिन यह समस्या का स्थायी हल नहीं है। अगर आज उन्हें उचित आश्वासन नहीं मिला तो वे कचरा नहीं डालने देंगे। उसके बाद जल्द ही मी¨टग कर धरने की आगामी रूपरेखा तय कर दी जाएगी। डीसी के दस दिन के आश्वासन के बाद ही उन्होंने धरना स्थगित किया था।
बॉक्स
प्रशासनिक अधिकारियों के आदेश पर डंपिंग प्लांट में कचरा डाला गया है। कुछ किसान विरोध करने आए थे जिन्हें बातचीत कर समझा दिया गया था। 15 दिनों से कचरा न डलने के कारण परेशानी उठानी पड़ रही थी। कचरे को समतल कर गड्ढा खोदने का काम शुरू कर दिया गया है।
- मोहन भारद्वाज, मुख्य सफाई निरीक्षक नगर परिषद।