समाज सेवा के क्षेत्र में 16 वर्षो से अहम भूमिका निभा रहे जसमेर
यातायात पुलिस विभाग में हवलदार के पद पर कार्यरत जसमेर ¨सह गरीब एवं जरूरतमंद लोगों का सहारा बने हुए हैं। रक्तदान करने की बात हो या भूखों को खाना-खिलाने की हर समय समाज सेवा के कार्य में अव्वल रहते हैं। वह अब तक चार बार रक्तदान कर चुके हैं और दूसरे लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करते हैं। ड्यूटी के दौरान भी वे लोगों को यातायात नियमों की नसीहत देते रहते हैं। गरीब बच्चों को कपड़े व शिक्षा सामग्री भी वितरित कर रहे हैं। यातायात पुलिस विभाग में हवलदार के पद पर कार्यरत जसमेर ¨सह गरीब एवं जरूरतमंद लोगों का सहारा बने हुए हैं। रक्तदान करने की बात हो या भूखों को खाना-खिलाने की हर समय समाज सेवा के कार्य में अव्वल रहते हैं। वह अब तक चार बार रक्तदान कर चुके हैं और दूसरे लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करते हैं। ड्यूटी के दौरान भी वे लोगों को यातायात नियमों की नसीहत देते रहते हैं। गरीब बच्चों को कपड़े व शिक्षा सामग्री भी वितरित कर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, कैथल : यातायात पुलिस विभाग में हवलदार के पद पर कार्यरत जसमेर ¨सह गरीब एवं जरूरतमंद लोगों का सहारा बने हुए हैं। रक्तदान करने की बात हो या भूखों को खाना-खिलाने की हर समय समाज सेवा के कार्य में अव्वल रहते हैं। वह अब तक चार बार रक्तदान कर चुके हैं और दूसरे लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करते हैं। ड्यूटी के दौरान भी वे लोगों को यातायात नियमों की नसीहत देते रहते हैं। गरीब बच्चों को कपड़े व शिक्षा सामग्री भी वितरित कर रहे हैं।
कई सामाजिक संस्थाएं उनके इस कार्य को देखते हुए सम्मानित कर चुकी हैं। वर्ष 2003 में पुलिस विभाग में भर्ती हुए। पहले गुरुग्राम अब कैथल में सेवाएं दे रहे हैं। ड्यूटी के समय सड़कों पर आते व जाते समय अगर उन्हें कोई भी व्यक्ति भूखा दिखाई देता है तो उसे तुरंत होटल या ढाबे से लाकर खाना खिलाते हैं। अगर साथ में उनका खुद का टिफिन हो तो उसका खाना भी जरूरतमंद लोगों को बांट देते हैं। इस हवलदार के कार्य को देख हर कोई प्रशंसा किए बिना नहीं रहता।
रक्तदान जैसे कार्यों में ले
रहे बढ़ चढ़कर हिस्सा :
शहर में किसी भी स्थान पर पुलिस विभाग की ओर से अगर कभी भी रक्तदान शिविर लगाया जाता है तो जसमेर ¨सह वहां भी रक्तदान करने पहुंच जाते हैं। दूसरी ओर सामाजिक संस्थाओं की तरफ से आयोजित किए जाने वाले रक्तदान शिविरों में भी पूरी भागीदारी रहती है। अब तक चार बार रक्तदान कर चुके हैं, परिवार व दूसरे लोगों को भी रक्तदान के लिए प्रेरित करते हैं।
पर्स लौटाकर दिया ईमानदारी का परिचय
जींद की ओर से कैथल आते समय कुछ माह पहले जसमेर ¨सह को तितरम मोड़ के पास सड़क पर रुपयों से भरा एक पर्स मिल गया था। इसमें नकदी के साथ संबंधित व्यक्ति के जरूरी दस्तावेज भी थे। उन्होंने पर्स के मालिक को ढूंढ कर उसका पर्स लौटाकर ईमानदारी का परिचय दिया।
लोगों से भी कर रहे अपील :
हवलदार जसमेर ¨सह का कहना है कि समाजसेवा के कार्य करने के लिए उन्होंने कोई विशेष समय निर्धारित नहीं कर रखा। जहां भी कोई जरूरतमंद व्यक्ति दिखता है तो वे उसकी हर संभव सहायता करते हैं। साथ ही लोगों से भी अपील करते हैं कि इस प्रकार के कार्य लगातार करते रहें ताकि समाज में रहने वाले गरीब लोगों का भी भला हो सके।