शहर और गांव को जोड़ने के लिए कच्चे रास्ते होंगे पक्के
- बुधवार को नगर पालिका पार्षदों ने किया कच्चे रास्तों का निरीक्षण
- बुधवार को नगर पालिका पार्षदों ने किया कच्चे रास्तों का निरीक्षण
संवाद सहयोगी, कलायत : मुख्य मार्गों की दुर्गम राहों को सुगम बनाने की महत्वाकांक्षी परियोजना को मूर्त रूप देने की राहें आसान हो गई हैं। राज्यमंत्री कमलेश ढांडा ने कलायत शहर की फिरनी के साथ-साथ नगर को ग्रामीण अंचल से जोड़ने के लिए कच्चे रास्तों को पक्का बनाने का निर्णय लिया है। नगर पालिका गठन के बाद यह अभूतपूर्व सौगात संपूर्ण इलाके लिए साबित होने जा रही है। चेयरपर्सन रजनी राणा ने बताया कि इस योजना से शहर और गांवों को छोटे मार्गों के माध्यम से आवासीय एवं कृषि क्षेत्र से होते हुए आपस में क्रम वार जोड़ा जाएगा। नपा के माध्यम से इस योजना को जमीनी स्तर पर उतारा जाएगा। करीब एक करोड़ रुपये की योजना प्रथम चरण में तय की गई है। चेयरपर्सन प्रतिनिधि सलिद्र प्रताप राणा और जन प्रतिनिधियों ने बताया कि कार्ययोजना के तहत नेशनल हाईवे से डोबी तालाब होते हुए सजूमा रोड और सजूमा मार्ग पर स्थित सिरसा ब्रांच नहर से डहर होते हुए रेलवे लाइन तक कच्चे रास्ते को पक्का किया जाएगा। इस मार्ग को रेलवे लाइन के पास से लांबा खेड़ी गांव से जोड़ा जाएगा। बॉक्स
नगरों की भांति मार्गों से गांवों को जोड़ने की योजना
कलायत एक ऐसा इलाका है जिसका बड़ा हिस्सा नेशनल हाईवे से सटा है। विकास की बुनियाद कही जाने वाली सड़कों का लाभ शहर की भांति ग्रामीण अंचल तक पहुंचाने के लिए दशकों से कच्चे रास्तों को पक्के में तबदील करने की जरूरत रही है। इस प्रोजेक्ट को लेकर राज्यमंत्री कमलेश ढांडा के साथ नगर पालिका चेयरपर्सन रजनी राणा ने पार्षदों के साथ सुझाव रखा था। बॉक्स
राज्यमंत्री कमलेश ढांडा ने कहा कि कलायत को लंबे अरसे से विकास की दरकार रही है। शासन, प्रशासन और जन सहयोग से विकास की नई राहें खुल रही हैं। इसके लिए नगर पालिका और ग्राम पंचायतें बधाई की पात्र हैं।