कार्तिक माह की कथा का शाही स्नान के साथ समापन
श्री कपिल मुनि धाम परिसर में एक माह से चल रही कार्तिक माह की कथा व श्रद्धालुओं द्वारा पौराणिक तीर्थ में किए जा रहे स्नान का क्रम मंगलवार को शाही स्नान के साथ समापन हो गया।
संवाद सहयोगी, कलायत : श्री कपिल मुनि धाम परिसर में एक माह से चल रही कार्तिक माह की कथा व श्रद्धालुओं द्वारा पौराणिक तीर्थ में किए जा रहे स्नान का क्रम मंगलवार को शाही स्नान के साथ समापन हो गया। श्री कपिल मुनि धाम मुख्य पुजारी वेद प्रकाश गौतम, श्याम लाल गौतम, कृष्ण गौतम, बाबू राम गौतम और अनिरुद्ध गौतम ने कार्तिक माह के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि वैसे तो सभी माह की पूर्णिमा का अपना विशेष महत्व होता है। कार्तिक माह की
पूर्णिमा का ज्यादा महत्व क्योंकि भारतीय धार्मिक ग्रंथों अनुसार पूर्णिमा पर सभी देवता, चारों वेद व भगवान स्वयं जल में निवास करते है।
परंपरा के अनुसार पूरे माह तक व्रत रखने वाले व नभ में तारा देखकर भोजन करने वाले श्रद्धालु भक्तों द्वारा कपिल तीर्थ में स्नान किया जाता है। कार्तिक माह की कथा का श्रवण करने व श्री कपिल तीर्थ में स्नान कर ईष्ट देवों की पूजा करने से भगवान कार्तिक प्रसन्न होते हैं। भगवान कपिल मुनि ने अपनी माता देवहूति को सांख्य शास्त्र का ज्ञान करवाया था। इसके कारण ही उन्हें ज्ञान का अवतार भी कहा जाता है। मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं ने तीर्थ में स्नान कर पौराणिक तीर्थ पर भी पूजा अर्चना की। कार्तिक माह की कथा को सुनने के पश्चात मंदिर के बाहर लगी दुकानों से जमकर खरीदारी भी की।