व्यायामशालाओं में न बिजली और न ही पानी
सरकार ने हर गांव में व्यायामशाला बनाने का दावा किया था। फिलहाल 27 गांवों में ही व्यायामशाला बनाई गई हैं जबकि जिले में कुल 276 गांव हैं। इनके निर्माण पर करीब छह करोड़ रुपये की राशि खर्च की गई थी।
जागरण संवाददाता, कैथल : सरकार ने हर गांव में व्यायामशाला बनाने का दावा किया था। फिलहाल 27 गांवों में ही व्यायामशाला बनाई गई हैं जबकि जिले में कुल 276 गांव हैं। इनके निर्माण पर करीब छह करोड़ रुपये की राशि खर्च की गई थी।
पांच मई को 16 व्यायामशालाओं का उद्घाटन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने किया था। चार महीने बाद भी व्यवस्थाओं में कोई सुधार नहीं हो पाया है। आधी से ज्यादा व्यायामशालाओं में बिजली की सुविधा नहीं शुरू की गई है। लोगों के लिए पानी की व्यवस्था भी नहीं हो पाई है। चौकीदार न होने के कारण लंबी घास उग गई है।
गांव चौशाला के सरपंच बलदेव ¨सह व गांव किच्छाना के सरपंच प्रतिनिधि प्रवीन किच्छाना ने कहा कि जिला में इक्का-दुक्का पंचायतों को छोड़ हालात ठीक नहीं हैं। पंचायतों के पास बजट का अभाव है। सभी पंचायतें इस खर्च को उठाने में असमर्थ हैं।
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18 योग सेवक किए नियुक्त
खेल विभाग की ओर से 18 व्यायामशालाओं के लिए कुछ दिन पहले ही योग सेवक नियुक्त किए हैं। योग सेवक लोगों को योग सीखाएंगे व उसके फायदे बताएंगे। सुबह शाम एक घंटा लोगों को योग सिखाना होगा।
बॉक्स : फंड की व्यवस्था करे सरकार
पंचायत एसोसिएशन के जिला प्रधान गज्जन ¨सह गो¨बदपुरा ने कहा कि व्यायामशाला को बचाए रखना है तो हर व्यायामशाला में योग प्रशिक्षक भर्ती किया जाए। एक चौकीदार कम स्वीपर रखा जाए। पीने के पानी और बिजली की व्यवस्था की जाए। सरकार इन कार्यों के लिए और मरम्मत के लिए हर व्यायामशाला के लिए फंड की व्यवस्था करे।
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जिला खेल अधिकारी सत¨वद्र गिल ने बताया कि 18 व्यायामशालाओं में कुछ दिन पहले ही योग सेवक भर्ती किए हैं। जहां भी कोई अव्यवस्था होगी उसे दूर करने का प्रयास किया जाएगा। पंचायतों को भी इनकी ठीक से देखभाल करनी चाहिए।