Move to Jagran APP

डी ग्रुप की परीक्षा को लेकर प्रशासन के प्रबंध अधूरे, कई घंटों तक लगा रहा शहर में जाम

हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की ग्रुप डी की परीक्षा देने के लिए 15 हजार 132 उम्मीदवार पहुंचे थे। उम्मीदवारों के साथ ही इनके रिश्तेदार व जान पहचान वाले हजारों वाहनों के साथ पहुंचे तो शहर जाम से हांफ गया। पिहोवा चौक और छोटू राम बाईपास पर सबसे ज्यादा परेशानी रही और वाहन चालक घंटों जाम में फंसे रहे। पुलिस कर्मचारियों को सड़कों से हटाकर केंद्रों पर लगा दिया गया था, जिससे यातायात पूरी तरह अव्यवस्थित रहा।

By JagranEdited By: Published: Sun, 11 Nov 2018 12:01 AM (IST)Updated: Sun, 11 Nov 2018 12:01 AM (IST)
डी ग्रुप की परीक्षा को लेकर प्रशासन के प्रबंध अधूरे, कई घंटों तक लगा रहा शहर में जाम
डी ग्रुप की परीक्षा को लेकर प्रशासन के प्रबंध अधूरे, कई घंटों तक लगा रहा शहर में जाम

जागरण संवाददाता, कैथल : हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की ग्रुप डी की परीक्षा देने के लिए 15 हजार 132 उम्मीदवार पहुंचे थे। उम्मीदवारों के साथ ही इनके रिश्तेदार व जान पहचान वाले हजारों वाहनों के साथ पहुंचे तो शहर जाम से हांफ गया। पिहोवा चौक और छोटू राम बाईपास पर सबसे ज्यादा परेशानी रही और वाहन चालक घंटों जाम में फंसे रहे। पुलिस कर्मचारियों को सड़कों से हटाकर केंद्रों पर लगा दिया गया था, जिससे यातायात पूरी तरह अव्यवस्थित रहा। एकाध केंद्रों को छोड़ दें तो कहीं पर भी केंद्र पर पार्किंग की व्यवस्था नहीं थी और वाहन सड़कों पर खड़े रहे। ऑटो चालक भी सवारियों के चक्कर में केंद्रों के आसपास मंडराते रहे जिससे हालात और खराब होते गए।

loksabha election banner

जिला प्रशासन परीक्षा केंद्रों पर तो सुरक्षा व्यवस्था करने में सफल रहा, लेकिन यातायात को संभालने में पूरी तरह से विफल रहा। हालांकि छुट्टी होने के कारण सड़कों पर निजी वाहनों की संख्या कम रही। सबसे ज्यादा जाम चार परीक्षा केंद्र होने के कारण करनाल रोड, अंबाला रोड, विदक्यार रोड, पुराना बस स्टैंड पर रहा।

रात को हनुमान वाटिका और जवाहर पार्क में परीक्षार्थियों ने बिताई रात

परीक्षा देने के लिए एक दिन पहले पहुंचे परीक्षार्थियों को खुले आसमान के नीचे रात बिताने के लिए मजबूर होना पड़ा। हनुमान वाटिका, देवी लाल पार्क, जवाहर पार्क, रेलवे स्टेशन व बस अड्डा पर रात बिताई। सिरसा से परीक्षा देने आए दिव्यांग राजेश ने बताया कि कल दोपहर घर से निकले थे। रात को यहां पहुंचे। हनुमान वाटिका में रात बिताई। सुबह केंद्र के बारे में जानकारी लेकर परीक्षा देने पहुंचे। प्रशासन की तरफ से बस अड्डा या रेलवे स्टेशन पर परीक्षा केंद्रों की लिस्ट चस्पा की जानी चाहिए, ताकि ढूंढने में समय कम लगे। सरकार को इतनी दूर केंद्र नहीं देना चाहिए। नजदीक के जिलों में परीक्षा होनी चाहिए।

नहीं होने दी कोई परेशानी

ट्रैफिक एसएचओ रमेश चंद्र ने बताया यातायात कर्मचारियों की कमी जरूर है, लेकिन उसके बावजूद वाहन चालकों को परेशानी नहीं आने दी। जहां भी जाम की सूचना मिली तुरंत कर्मचारियों को इसे खुलवाने के लिए भेज दिया गया था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.