गर्मी के दस्तक के साथ पंचायतों ने शुरू की जल बचाओ मुहिम
गर्मी का मौसम शुरू होते पानी की डिमांड भी बढ़ने लगी है।कई सामाजिक संस्थाएं जल बचाओ को लेकर प्रेरित कर रही है, लेकिन इसके बावजूद गांव में जल नालियों में ज्यादा बह रहा है। गांव रामदासपुरा चौशाला, क्योड़क की पंचायतों ने जल बचाओ के लिए मुहिम शुरू कर दी है। गर्मी का मौसम शुरू होते पानी की डिमांड भी बढ़ने लगी है। शहर ह
जागरण संवाददाता, कैथल :
गर्मी का मौसम शुरू होते पानी की डिमांड भी बढ़ने लगी है। शहर हो चाहे गांव जल पीने में कम बर्बाद ज्यादा हो रहा है। हालांकि कई सामाजिक संस्थाएं जल बचाओ को लेकर प्रेरित कर रही है, लेकिन इसके बावजूद गांव में जल नालियों में ज्यादा बह रहा है। कई गांव ने जल बचाओ को लेकर पहल की है। गांव रामदासपुरा चौशाला, क्योड़क की पंचायतों ने जल बचाओ के लिए मुहिम शुरू कर दी है। रामदासपुरा के ग्रामीणों ने तो सभी कनेक्शन वैध करते हुए लोगों को जागरूक करना शुरू कर दिया है। इस गांव में ग्रामीण पानी का बिल भी भर रहे हैं।
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जल संरक्षण की अलख
जगा रहे दीपक कुमार
जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग में जिला सलाहकार के पद पर तैनात दीपक कुमार गांव दर गांव जाकर लोगों को जल संरक्षण का संदेश दे रहे हैं। उनके प्रयासों से 29 मई 2017 से कैथल जिले में ग्रामीण जल संरक्षण अभियान के सकारात्मक नतीजे सामने आए हैं। वे अब तक 36 गांवों में लोगों को 33230 घरों को जल संरक्षण का संदेश दे चुके हैं। इतना ही नहीं बल्कि उनके प्रयासों से विभाग को भी 2685645 रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है। दीपक कुमार को जल संरक्षण में किए गए बेहतरीन कार्यों को लेकर जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित भी किया जा चुका है।
दीपक कुमार का कहना है कि आधुनिक दौर में जल संरक्षण एक बड़ी चुनौती है। अगर आज ही हमने सार्थक कदम नहीं उठाए तो आने वाले समय में हमारे लिए मुश्किल होगी।
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ग्रामीणों को जल संरक्षण पर
पुरस्कृत कर रही पंचायत
गांव क्योड़क के सरपंच बलकार ¨सह ने गांव में हो रही पानी की बर्बादी को देखते हुए जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के सहयोग से गांव में जल संरक्षण अभियान की शुरुआत की। उनकी अपील पर विभाग ने पांच टीमों का गठन किया। टीमों ने हर घर दस्तक दी कि पानी की बचत करें। उन्होंने विभाग के सहयोग से गांव में जहां पानी के 505 कनेक्शन मंजूर करवाए, वहीं पानी को बचाने वाले ग्रामीणों को प्रोत्साहन देने के लिए पुरस्कृत करने की भी योजना शुरू की। उन्होंने विश्व जल दिवस पर पाठकों से भी जल संरक्षण में अपना सहयोग देने की गुजारिश की।
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सुबह-शाम कर रहे
ग्रामीणों को जागरूक :
गांव चौशाला के सरपंच बलदेव ¨सह ने गांव में पानी की बर्बादी को देखते हुए जल संरक्षण को लेकर अच्छी पहल की। वे स्वयं सुबह लगभग छह बजे गांव के घर-घर में जाकर लोगों को पानी की बर्बादी रोकने का आह्वान कर रहे हैं। सरपंच ने बताया कि उनके गांव में एक हजार से ज्यादा घर हैं। उनके कार्यकाल से पूर्व गांव में पानी की बर्बादी हो रही थी। इस बारे में उन्होंने संबंधित विभाग को जानकारी दी। विभाग की टीम ने उनको साथ लेकर जल बचाव का अभियान शुरू किया। इस अभियान के कारण गांव में पानी के तकरीबन सभी कनेक्शन वैध हो चुके हैं।