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Kaithal: बीच में पढ़ाई छोड़ने वाले विद्यार्थियों से वापस लिए जाएंगे टैबलेट, एप पर डेटा अपलोड करने के निर्देश

Kaithal सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों से विभाग अब टैबों की रिकवरी करवाएगा। इसमें वे बच्चे शामिल होंगे जिन्होंने बीच में ही पढ़ाई छोड़ी है। कैथल में ऐसे विद्यार्थियों की संख्या 600 से अधिक बताई जा रही है।

By Edited By: MOHAMMAD AQIB KHANPublished: Thu, 25 May 2023 03:26 PM (IST)Updated: Thu, 25 May 2023 03:26 PM (IST)
Kaithal: बीच में पढ़ाई छोड़ने वाले विद्यार्थियों से वापस लिए जाएंगे टैबलेट, एप पर डेटा अपलोड करने के निर्देश
Kaithal: बीच में पढ़ाई छोड़ने वाले विद्यार्थियों से टैबों की रिकवरी : जागरण

कैथल, जागरण संवाददाता: सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों से विभाग अब टैबों की रिकवरी करवाएगा। इसमें वे बच्चे शामिल होंगे जिन्होंने बीच में ही पढ़ाई छोड़ी है। जिले में ऐसे विद्यार्थियों की संख्या 600 से अधिक बताई जा रही है। स्कूल छाेड़ने वाले विद्यार्थियों का यह आंकड़ा दो शैक्षणिक-सत्रों का है, जिन्हें टैब दिए गए थे। इनके पढ़ाई छोड़ने के पीछे अलग-अलग तरह के कारण सामने आए हैं। कोई परिवार की आर्थिक स्थिति को देखते हुए पढ़ना-लिखना छोड़ गया तो किसी ने रुचि नहीं होने के कारण स्कूल आना बंद कर दिया।

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अगर प्रदेश की बात करें तो टैब वितरण के बाद स्कूल छोड़ने वाले विद्यार्थियों की संख्या हजारों में है। अब स्कूल छोड़ चुके बच्चों से टैब रिकवरी की जिम्मेदारी शिक्षा विभाग ने शिक्षकों को सौंपी है। ऐसे में अध्यापक बच्चों की जानकारी जुटाने में लगे हैं। बता दें कि सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को पिछले साल जुलाई में टैब बांटे गए थे। उस समय विभिन्न स्कूलों में बांटने के लिए विभाग की ओर से जिले में 27 हजार 672 टैब भेजे गए थे।

जिले में 155 से ज्यादा राजकीय उच्च और वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय हैं। प्रत्येक में औसतन चार से पांच बच्चे टैब वितरण के बाद स्कूल छोड़ चुके हैं। ये बच्चे अब तक स्कूल बदलने का प्रमाण-पत्र (एसएलसी) तक नहीं लेने गए हैं। ऐसे में अब शिक्षा विभाग की ओर से टैब वापसी कराने के निर्देश ने शिक्षकों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।

अभिभावक दे रहे काम सीखने की जानकारी

शिक्षक अगर टैब के बारे में पूछते हैं तो अभिभावकों की ओर से जवाब मिलता है कि बच्चे काम सीखने लगे हैं। आगे पढ़ाई नहीं कर रहे। वे इस बारे में बच्चों को कहकर जल्द से जल्द टैब स्कूलों में पहुंचाने का आश्वासन दे रहे हैं।

इन स्कूलों में विद्यार्थियों ने अधर में छोड़ी पढ़ाई

राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कैथल में चार-पांच विद्यार्थियों ने पढ़ाई अधर में छोड़ी है। इन बच्चों को दिए गए टैब अभी तक वापस जमा नहीं हुए हैं। इसी प्रकार राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ट्योंठा में तीनों कक्षाओं के चार विद्यार्थियों ने स्कूल छोड़ा है। शिक्षक आज भी उनको दिए गए टैब वापस आने के इंतजार में हैं। वहीं जिले के अधिकतर सरकारी स्कूलों में टैब वितरण के बाद यही स्थिति बनी हुई है।

अवसर एप पर अपलोड करनी है टैबों से संबंधित जानकारी

मुख्यालय के आदेशों के अनुसार सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को ई-अधिगम योजना के तहत टैब वितरित प्रणाली आरंभ की है। इस साल बोर्ड की कक्षाओं के विद्यार्थियों से टैब वापस लिए गए थे। इसकी जानकारी प्रत्येक स्कूल प्रबंधन की तरफ से अवसर एप पर अपलोड करनी है। ताकि विभाग के पास इसका डाटा सीधा पहुंच सके।

इनका कहना है

टैब वापस करवाने को लेकर स्कूलों के प्रबंधन और विद्यार्थियों को अवगत करवाया गया है। स्कूलों और बच्चों के अभिभावकों की जिम्मेदारी बनती है कि वे समय अनुसार बच्चों के टैब स्कूलों में जमा करवाएं। इस संबंध में विभाग के जो भी निर्देश होंगे, उनका पालन किया जाएगा। जिले में 600 से अधिक विद्यार्थी ऐसे हैं, जिन्होंने अधर में पढ़ाई छोड़ दी है। -रविंद्र चौधरी, जिला शिक्षा अधिकारी कैथल।


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