खेल नर्सरियों में सुविधाओं से वंचित हैं खिलाड़ी
जागरण संवाददाता कैथल खेल विभाग की तरफ से खोली खेल विभाग की तरफ से खोली गई 14 नर्सरियों में सुविधाओं का अभाव है। खेल सामान तक इन नर्सरियों को नहीं मिल रहा है। इस कारण खिलाड़ी नर्सरियों से पलायन कर रहे हैं
जागरण संवाददाता, कैथल : खेल विभाग की तरफ से खोली गई 14 नर्सरियों में सुविधाओं का अभाव है। खेल सामान तक इन नर्सरियों को नहीं मिल रहा है। इस कारण खिलाड़ी नर्सरियों से पलायन कर रहे हैं। अब तक कई नर्सरियों को बड़ी संख्या में खिलाड़ी पलायन कर चुके हैं। एक नर्सरी में 25 खिलाड़ी होने जरूरी हैं, लेकिन मात्र सात नर्सरियों में ही खिलाड़ियों की संख्या पूरी है, अन्य नर्सरियों में 21 से भी कम संख्या खिलाड़ियों की है। 14 नर्सरियों में 305 खिलाड़ी हैं, जबकि यह संख्या 350 के करीब होनी चाहिए।
विभाग की ओर से नर्सरियों में खेल का सामान उपलब्ध कराने के लिए एक-एक लाख रुपये हर नर्सरी को देने के लिए फंड आया हुआ है, लेकिन प्रशासनिक कार्रवाई पूरी नहीं होने के कारण यह फंड भी अब तक खिलाड़ियों तक नहीं पहुंच पाया है।
यहां खोली गई हैं नर्सरियां
कैथल जिले में लड़कों के तीरंदाजी के लिए पूंडरी के श्वेता रॉयल स्कूल में खेल नर्सरी बनाई गई है। वहां खिलाड़ियों की संख्या 25 है। इसके अलावा कलायत के शिक्षा भारती स्कूल में बनी लड़कों की हैंडबॉल नर्सरी, कांगथली के राजकीय स्कूल में लड़कियों की हैंडबॉल खेल नर्सरी, मटौर के शहीद भगत सिंह स्कूल में लड़कियों की कबड्डी नर्सरी, कलायत के शिक्षा भारती विद्या निकेतन में लड़कों की बॉक्सिग और क्योड़क संस्कृति मॉडल स्कूल में लड़कों की कुश्ती के लिए बनाई गई नर्सरियों में खिलाड़ियों की संख्या 24-25 है। हालांकि इस समय जिले की टॉप नर्सरी गांव चौशाला में लड़कों की फुटबॉल की है, लेकिन यहां खिलाड़ियों की संख्या केवल 21 ही है।
हिदू कन्या स्कूल में लड़कियों की बॉक्सिग, राजकीय स्कूल मानस में लड़कियों की फुटबॉल, रोहेड़ा स्कूल में लड़कों की कबड्डी, श्वेता रॉयल स्कूल पूंडरी में लड़कियों की तैराकी, कौल स्कूल में लड़कों की वालीबाल और चुहड़माजरा में लड़कियों की वॉलीबॉल नर्सरी में भी कम से कम पांच-पांच खिलाड़ी कम हैं।
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प्रशासनिक कार्रवाई पूरी न होने से अटका फंड
खेल विभाग की ओर से नर्सरियों को खेलों की किट और अन्य प्रकार का सामान उपलब्ध कराने के लिए एक-एक लाख रुपये देने की घोषणा की गई है। राशि भी जिला खेल विभाग के पास है, लेकिन प्रशासनिक कार्रवाई पूरी नहीं होने के कारण खिलाड़ी इस लाभ से वंचित हैं। हालांकि खेल विभाग की ओर से इस संबंध में प्रशासन के अधिकारियों को भी अवगत कराया गया है। फिर भी संबंधित कार्रवाई पूरी नहीं है।
डीसी के आदेश के बाद जारी होगी राशि
जिला खेल अधिकारी सतविद्र गिल ने कहा कि विभाग के पास खेल नर्सरियों की राशि आई हुई है। प्रशासनिक अधिकारियों के आदेशों का इंतजार है। राशि उपलब्ध कराने से पहले सीटीएम खेल नर्सरियों का जायजा लेंगे। वर्तमान स्थिति के बारे में डीसी को अवगत कराया जाएगा। उनके आदेशों के बाद फंड की राशि नर्सरियों को उपलब्ध कराई जाएगी। जल्द ही यह कार्य पूरा किया जाएगा।