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नहीं चला साफ्टवेयर, रजिस्ट्री शुरू करने के नहीं पहुंचे निर्देश

प्रदेश सरकार की ओर से 15 अगस्त के बाद नए साफ्टवेयर के माध्यम से रजिस्ट्री शुरू करने का दावा किया गया था। जिला कैथल में 17 अगस्त को किसी भी तहसील में कोई रजिस्ट्री नहीं हुई।

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Aug 2020 06:44 AM (IST)Updated: Tue, 18 Aug 2020 06:44 AM (IST)
नहीं चला साफ्टवेयर, रजिस्ट्री शुरू  करने के नहीं पहुंचे निर्देश
नहीं चला साफ्टवेयर, रजिस्ट्री शुरू करने के नहीं पहुंचे निर्देश

सुनील जांगड़ा, कैथल : प्रदेश सरकार की ओर से 15 अगस्त के बाद नए साफ्टवेयर के माध्यम से रजिस्ट्री शुरू करने का दावा किया गया था। जिला कैथल में 17 अगस्त को किसी भी तहसील में कोई रजिस्ट्री नहीं हुई। नया साफ्टवेयर भी बंद ही रहा। तहसील में रजिस्ट्री कराने के लिए मात्र दो लोगों ने ही ऑनलाइन टोकन लिया हुआ था। जब इसे खोलना चाहा तो साफ्टवेयर चला ही नहीं।

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तहसील कार्यालय में फिलहाल रजिस्ट्री शुरू करने को लेकर कोई निर्देश भी नहीं आए हैं। 22 जुलाई से सरकार ने रजिस्ट्रियों पर रोक लगा दी थी। अब दोबारा से रजिस्ट्री शुरू होने की उम्मीद थी, लेकिन वह भी पूरी नहीं हो पाई। तहसील कार्यालय में पहुंचे लोग भी रजिस्ट्री ना होने के कारण लोग परेशान रहे।

तत्काल टोकन पर खर्च होंगे 25 हजार

तहसील कार्यालय की ओर से एक दिन में 100 रजिस्ट्रियों के लिए टोकन दिए जाते थे। एक टोकन लेने पर दस रुपये की फीस लगती है। दस टोकन तत्काल रजिस्ट्री के लिए रखे जाते हैं। तत्काल टोकन को लेकर 14 अगस्त को तहसील कार्यालय में नए निर्देश आए हैं। पहले तत्काल रजिस्ट्री करवाने के लिए पांच हजार रुपये का टोकन लेना पड़ता था। नए निर्देशों के अनुसार तत्काल टोकन लेने के लिए 25 हजार रुपये देने पड़ेंगे।

रजिस्ट्री बंद होने से प्रभावित हुआ राजस्व

सरकार की ओर से पूरे हरियाणा में 22 जुलाई को रजिस्ट्री पर रोक लगा दी गई थी। 25 दिनों से रजिस्ट्री नहीं हो पाई हैं। अगर इन 25 दिनों में रजिस्ट्री होती तो सिर्फ कैथल शहर की तहसील को सात करोड़ 50 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त होता। तहसील में रोजाना करीब 26 लाख रुपये की स्टांप ड्यूटी और चार लाख रुपये की रजिस्ट्रेशन फीस जमा होती थी।

हो रहे हैं अन्य काम

तहसील कार्यालय में रजिस्ट्री को छोड़कर अन्य कार्य सुचारू रूप से हो रहे हैं। इंतकाल ठीक करवाने या दर्ज करवाने, जमाबंदी करवाने, मैरिज रजिस्ट्रेशन करवाने, ऋण से संबंधित कार्य हो रहे हैं।

रजिस्ट्री नहीं हो सकी शुरू

तहसीलदार सुदेश मेहरा ने बताया कि उनके पास रजिस्ट्री शुरू करने के कोई निर्देश नहीं आए हैं। फिलहाल साफ्टवेयर भी नहीं चल रहा है। सोमवार को दो लोगों ने टोकन लिए थे, लेकिन रजिस्ट्री शुरू नहीं हो सकी। उच्च अधिकारियों के दिशा-निर्देशानुसार ही काम किया जाएगा।


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