मंडी में उठान धीमा होने से बढ़ी किसानों की परेशानी
अनाज मंडी राजौंद में दो दिनों से गेहूं की आवक ने फिर जोर पकड़ा है। उठान धीमा होने से मंडी में किसानों को गेहूं डालने की दिक्कत हो रही है। हालांकि राजौंद अनाज मंडी में तो पक्का स्थान है लेकिन किसान स्कूल में बनाए गए सेंटर में कच्चे में गेहूं डालने को मजबूर हैं।
संवाद सहयोगी, राजौंद : अनाज मंडी राजौंद में दो दिनों से गेहूं की आवक ने फिर जोर पकड़ा है। उठान धीमा होने से मंडी में किसानों को गेहूं डालने की दिक्कत हो रही है। हालांकि राजौंद अनाज मंडी में तो पक्का स्थान है, लेकिन किसान स्कूल में बनाए गए सेंटर में कच्चे में गेहूं डालने को मजबूर हैं। माजरा नंदकरण गांव के किसान सतीश ने बताया कि उसकी तीन ट्रॉली गेहूं अभी भी घर पड़ी है। मैसेज ना आने से उसने किराए पर ट्रॉली लेकर अपने घर में ही गेहूं की भरकर खड़ी कर रखी हैं। कल अचानक मौसम ने करवट ली और गेहूं स्कूल के सेंटर में डाल दी है। ऑनलाइन गेहूं की खरीद किसानों के लिए गले की फांस बन गया है। मार्केट कमेटी सचिव चरणदास ने बताया कि मंडी में बुधवार तक 8 लाख 578 कट्टे मंडी में गेहूं की खरीद हो चुकी है। चार लाख 48 हजार 335 कट्टों का मंडी से उठान हो चुका हैं। चार लाख 98 हजार 697 कट्टे अभी भी राजौंद, जाखौली, किठाना, सरेधा के खरीद सेंटर में पड़े हैं। राजौंद मंडी एसोसिएशन के प्रधान महिपाल राणा ने बताया कि खरीद एजेंसी हैफेड की ओर से एक दिन ही गेहूं की खरीद की गई थी। 24 हजार कट्टे मंडी में पड़े हैं, जबकि सात ट्रक वापस आ चुके हैं। इस बीच सारा नुकसान आढ़ती को उठाना पड़ रहा है।