कोरोना संकट के बीच काम कर रहे कर्मवीरों को सलाम
कोरोना संकट के बीच स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक और पैरा मेडिकल स्टाफ ही नहीं बल्कि प्रशासनिक अधिकारी
जागरण संवाददाता, कैथल : कोरोना संकट के बीच स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक और पैरा मेडिकल स्टाफ ही नहीं बल्कि प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस कर्मचारी भी जंग लड रहे हैं। जहां चिकित्सक सुबह से लेकर देर रात तक ड्यूटी पर अलर्ट रहते हैं, वहीं पुलिस कर्मचारी और अधिकारी भी दिनभर शहर में कोरोना महामारी से लोगों को बचाने में लगे हुए हैं। आइजी हरदीप सिंह दून लॉकडाउन के बाद से ही मोर्चा संभाले हुए हैं। कोयल पर्यटन केंद्र में रहते हुए प्रशासनिक अधिकारियों और सामाजिक संस्थाओं के साथ बैठक करते हैं। वहीं डीसी सुजान सिंह, एसपी शशांक कुमार सावन, एसडीएम कमलप्रीत कौर, सीटीएम सुरेश राविश, शुगरमिल एमडी जगदीप सिंह, सिविल सर्जन डॉ. राकेश सहल, डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. आरडी चावल, पीएमओ डॉ. ओमप्रकाश, डॉ. दिनेश कंसल, जिला मलेरिया अधिकारी नीरज मंगला, जिला महामारी अधिकारी डॉ. शमशेर सिंह, डॉ. राजीव मित्तल, डॉ. रजत सहित पैरा मेडिकल स्टाफ ड्यूटी पर अलर्ट नजर आता है। इसी प्रकार पुलिस थाना प्रभारी प्रदीप कुमार, प्रह्लाद सिंह, तितरम थाना प्रभार सुरेश कुमार सहित अन्य थाना इंचार्ज और डीएसपी बलजिद्र सिंह, रविद्र सांगवान ड्यूटी निभाने में लगे हुए हैं।
आइजी हरदीप सिंह ने कहा कि जिले में अभी तक दो पॉजिटिव केस हैं। बृहस्पतिवार को दोनों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है, जो राहत की बात है। कोरोना महामारी को हराने के लिए सभी प्रशासनिक अधिकारी और चिकित्सकों की टीम काम कर रही है। लोगों का भी भरपूर सहयोग मिल रहा है।
डीसी सुजान सिंह ने कहा कि कोरोना महामारी को जड़ से समाप्त करने के लिए काम हो रहा है। सरकार की हिदायतों के अनुसार काम कर रहे हैं। प्रशासनिक अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ-साथ सामाजिक संस्थाओं और लोगों का भी सहयोग मिल रहा है। लोगों से अपील है कि लॉकडाउन का पालन करते हुए घर में रहकर इस महामारी को हराने में सहयोग करें।
एसपी शशांक कुमार सावन ने कहा कि कोरोना महामारी को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है। अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। अभी तक 125 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। लोगों को लॉकडाउन का पालन करने के लिए जागरूक किया जा रहा है। नियमों को तोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है।
सिविल सर्जन डॉ. राकेश सहल ने बताया कि कोरोना महामारी को हराने में चिकित्सक और मेडिकल स्टाफ गंभीरता से काम कर रहा है। रोजाना किसी न किसी क्षेत्र में जाकर सैंपल लिए जा रहे हैं। अभी तक मात्र दो केस हैं। शहर के चार अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं। फ्लू कॉर्नर में खांसी, जुकाम के मरीजों की जांच की जा रही है। पुराना अस्पताल में ओपीडी लोगों की सुविधा के लिए शुरू की गई है।