हंगामेदार रही आरएसओ की बैठक आपसी मतभेद में उलझे सदस्य
बुधवार दोपहर बाद नई पुलिस लाइन के सभागार में आयोजित हुई रोड सेफ्टी ओर्गेनाइजेशन संस्था (आरएसओ) की बैठक हंगामेदार रही।
जागरण संवाददाता, कैथल :
बुधवार दोपहर बाद नई पुलिस लाइन के सभागार में आयोजित हुई रोड सेफ्टी ओर्गेनाइजेशन संस्था (आरएसओ) की बैठक हंगामेदार रही। बैठक में यातायात नियमों को बेहतर ढंग से लागू करने को लेकर चर्चा होने की बजाए आरएसओ आपसी मुद्दों को लेकर उलझते हुए नजर आए। बैठक में कोई कार्यक्रम की सूचना नहीं मिलने की बात तो कोई जिला प्रशासन के कार्यक्रमों में सम्मानित न करने का दुखड़ा रोता हुआ नजर आया। इतना ही नहीं दो दिन पहले हिसार-चंडीगढ़ नेशनल हाइवे पर आल्टो कार में सवार चार युवकों की मौत मामले को लेकर पुलिस के साथ गए आरएसओ संगठन के सीनियर प्रधान राजू डोहर के जाने पर आपत्ति दर्ज करते हुए कुछ सदस्यों ने कहा कि यातायात नियमों को लेकर पुलिस की होने वाली गतिविधियों की उन्हें कोई जानकारी नहीं होती। केवल राजू को ही इस बारे में बताया जाता है, इस कारण संगठन के ज्यादातर लोग अब इन कार्यो में रुचि नहीं दिखा रहे हैं।
वहीं, सीनियर प्रधान राजू डोहर संगठन के लिए कम अपनी जीवन रक्षा दल संस्था के हितों के लिए ज्यादा काम करते हैं, इससे संगठन के सदस्यों को आपत्ति है। यह सुन सीनियर प्रधान राजू बोले 2003 से वे समाजसेवा के कार्यो से जुड़े हुए हैं, सड़क हादसें में घायल हुए 156 लोगों को अस्पताल पहुंचा चुके हैं। सड़क दुर्घटनाओं को अंजाम देकर फरार हुए 63 लोगों के खिलाफ एफआइआर उनके नाम हैं, 56 बार रक्तदान कर चुके हैं, 16 केस कोर्ट में चल रहे हैं। अगर इतना काम किसी और आरएसओ ने किया हो तो बताओ वे अपने पद से इस्तीफा देने को तैयार हैं।
प्रयाग राज बालू ने कहा कि बैठक जब आरएसओ की है तो बातचीत भी उससे संबंधित होनी चाहिए न की आपसी विवादों को लेकर बातचीत हो। आरएसओ के लिए 48 सदस्य हैं, लेकिन मात्र 16 सदस्य ही बैठक में पहुंचे।
कुछ आरएसओ नाजायज उठा रहे फायदा
बैठक में आरएसओ के महासचिव शीतल ने कहा कि कुछ आरएसओ पुलिस का लोगों विजिटिग कार्ड पर छपवाते हुए नाजायज फायदा उठा रहे हैं, ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। इसके साथ संगठन के लिए अच्छा काम करने वाले लोगों को सम्मानित करना चाहिए, निष्क्रय सदस्यों को बाहर करते हुए संगठन को बढ़ावा देने वालों को शामिल करना चाहिए।
शहर में तीन मुख्य समस्याएं
इन दिया जाए ध्यान
संस्था से जुड़े ओमप्रकाश ने कहा कि शहर में तीन प्रमुख समस्याएं हैं, जिस कारण हादसे बढ़ रहे हैं। पहली शहर में सड़क पर अवैध रूप से अतिक्रमण किया हुआ है, इस कारण जाम लगना आम हो गया है। दूसरा शहर में यातायात नियमों का उल्लंघन करते हुए सड़कों पर ऑटो दौड़ रहे हैं। इन ऑटो के स्टेरिग कम आयु के युवाओं व बुजुर्ग चालकों के हाथ में हैं, इसकी जांच करते हुए कार्रवाई की जानी चाहिए। कई साल पहले ऑटो स्टैंड शहर में बनाने के लिए काम शुरू हुआ था, यह सिर भी चढ़ गया था, लेकिन कुछ समय बाद फिर से स्थिति ज्यों की त्यों हो गई। इस तरफ काम करने की जरूरत है। तीसरी समस्या बेसहारा पशुओं की है। सर्दी के मौसम को देखते हुए इस तरफ ध्यान देने की जरूरत है।
बाक्स- हादसों को रोकने के लिए आरएसओ व पुलिस का करें सहयोग
बैठक की अध्यक्षता कर रहे डीएसपी रविद्र कुमार सांगवान ने कहा सर्दी का मौसम शुरू हो चुका है, कोहरे में होने वाले हादसों को रोकने के लिए आरएसओ, पुलिस का सहयोग करते हुए काम करें। यातायात पुलिस अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि नियमों का पालन न करने वाले चालकों को जागरूक करें, यदि नहीं माने तो चालान काटे। आरएसओ के साथ तालमेल बनाते हुए स्कूल व कॉलेजों में नियमों के प्रति युवाओं को जागरूक करने के लिए अभियान चलाएं।