जिला अस्पताल की एक्सरे मशीन खराब रॉकी ने अधिकारियों को लगाई फटकार
सरकार में एक ओर सुधार कार्यक्रम के प्रोजेक्ट डायरेक्टर रॉकी मित्तल ने सोमवार को जिला नागरिक अस्पताल का निरीक्षण किया। इस दौरान ओपीडी के सामने लंबी-लंबी कतारों में लगे मरीजों ने अपनी समस्या रखी। जब वे एक्सरे रूम के पास पहुंचे तो मरीज हाथ में पर्ची लिए खड़े थे, लेकिन मशीन बंद थी। यह देख जब अधिकारियों से जानकारी जुटाई तो बोले एक सप्ताह से मशीन खराब है। संवाददाता, कैथल : सरकार में एक ओर सुधार कार्यक्रम के प्रोजेक्ट डायरेक्टर रॉक
जागरण संवाददाता, कैथल :
सरकार में एक ओर सुधार कार्यक्रम के प्रोजेक्ट डायरेक्टर रॉकी मित्तल ने सोमवार को जिला नागरिक अस्पताल का निरीक्षण किया। इस दौरान ओपीडी के सामने लंबी-लंबी कतारों में लगे मरीजों ने अपनी समस्या रखी। जब वे एक्सरे रूम के पास पहुंचे तो मरीज हाथ में पर्ची लिए खड़े थे, लेकिन मशीन बंद थी। यह देख जब अधिकारियों से जानकारी जुटाई तो बोले एक सप्ताह से मशीन खराब है। इस बारे में उच्चाधिकारियों को जानकारी देते हुए इंजीनियर को बुलाया गया है। रॉकी ने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए इस समस्या को जल्द दूर करने के निर्देश दिए।
मरीजों ने बताया कि एक्सरे मशीन काफी पुरानी हो चुकी हैं, जो कि बार-बार खराब हो रही हैं। वहीं पिछले करीब छह सालों से अस्पताल को अल्ट्रासाउंड सुविधा भी नहीं मिल रही है। इस कारण गर्भवती महिलाओं को दिक्कत आ रही है। निजी अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर जाना पड़ रहा है। इससे पहले दो-दो घंटे तक ओपीडी के बाहर लंबी कतारों में लगने के लिए मजबूर होना पड़ता है।
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12 बजे के बाद नहीं होते अस्पताल में टेस्ट, वापस लौट रह मरीज
मरीजों ने बताया कि 12 बजे के बाद सिविल अस्पताल में कोई टेस्ट नहीं होता। मरीज हाथों में ओपीडी की पर्ची लिए वापस लौटने पर मजबूर हो जाते हैं। इसके बाद अगले दिन स्पेशल टेस्ट के लिए आना पड़ता है। सुबह नौ बजे सैंपल देने के बाद 12 बजे दिन में रिपोर्ट मिलती है। फिर से चिकित्सक को रिपोर्ट दिखाने के लिए लंबी कतार में लगना पड़ता है। इस तरह से पूरा दिन बर्बाद हो जाता है। रोजाना 2000 से 2200 मरीजों की ओपीडी है। 500 के करीब टेस्ट होते हैं, इनमें से 200 से 250 मरीज वापस लौट रहे हैं। मित्तल ने मरीजों को आश्वासन दिया कि इस बारे में स्वास्थ्य मंत्री से मिलकर समस्या से अवगत करवाया जाएगा। बाक्स-
कस्बा स्तर के अस्पताल में अल्ट्रासाउंड मशीन, जिला अस्पताल में नहीं
जांच के लिए पहुंची गर्भवती महिलाओं ने बताया कि करीब छह सालों से अल्ट्रासाउंड मशीन अस्पताल में नहीं है। इस कारण काफी दिक्कत आ रही है। पहले जांच के लिए सिविल अस्पताल आना पड़ता है, फिर शहर में दो किलोमीटर दूर अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए जाना पड़ता है। रिपोर्ट लेकर फिर से अस्पताल आना पड़ता है। इस तरफ पूरा दिन बर्बाद हो जाता है। गुहला के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तो मशीन हैं, लेकिन जिला अस्पताल में नहीं। यह सुविधा शुरू करनी चाहिए, ताकि गर्भवती महिलाओं को दिक्कत न आए।
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इंजीनियर को बुलाया गया है : ओमप्रकाश
जिला नागरिक अस्पताल में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. ओमप्रकाश ने कहा कि सात दिनों से एक्सरे मशीन खराब है। ठीक करने के लिए इंजीनियर बाहर से आना है।
उम्मीद है कि कल तक खराब मशीन ठीक हो जाएगी। -----------