सेगा व नरड़ गांव में नहीं रोडवेज बस की सेवा, जीएम को सौंपा ज्ञापन
गांव सेगा और नरड़ में करीब दस सालों से रोडवेज की बस सेवा नहीं है। बस नहीं होने के कारण ग्रामीणों को परेशानी उठानी पड़ रही है। सबसे ज्यादा परेशानी स्कूल व कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को हो रही है। इस समस्या को लेकर गांव की पंचायत व छात्र-छात्राएं कई बार जिला प्रशासन और परिवहन विभाग के अधिकारियों को मिल चुकी है।
जागरण संवाददाता, कैथल : गांव सेगा और नरड़ में करीब दस सालों से रोडवेज की बस सेवा नहीं है। बस नहीं होने के कारण ग्रामीणों को परेशानी उठानी पड़ रही है। सबसे ज्यादा परेशानी स्कूल व कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को हो रही है।
इस समस्या को लेकर गांव की पंचायत व छात्र-छात्राएं कई बार जिला प्रशासन और परिवहन विभाग के अधिकारियों को मिल चुकी है। बार-बार अनुरोध करने पर प्रशासन दो चार दिन तक बस शुरू करता है और फिर उस सेवा को बंद कर दिया जाता है।
शुक्रवार को अपनी समस्या को लेकर छात्राएं रोडवेज जीएम से मिली और उन्हें ज्ञापन सौंपा। छात्राओं ने कहा कि गांव सेगा से करीब 200 बच्चे सुबह आइटीआइ, कॉलेज, स्कूल व कोचिग सेंटरों में शिक्षा ग्रहण करने के लिए आते हैं। गांव में बस की सुविधा नहीं होने के कारण वे प्रतिदिन शिक्षण संस्थाओं में पहुंचने में लेट हो जाते हैं। छात्रा पूजा, ज्योति, अंजू, पूनम, सुमन, आरती का कहना था कि गांव में सरकारी बस की सुविधा नहीं होने के कारण उन्हें बहुत परेशानी हो रही है। ऑटो चालक उनसे मनमाने रेट वसूल करते हैं। उनकी मांग है कि गांव सेगा से कैथल वाया नरड़ सरकारी बस की सेवा शुरू की जाए। समस्या का समाधान नहीं होने पर छात्राओं ने भूख हड़ताल की चेतावनी दी है।